ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत

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नई दिल्ली (डेस्क)। ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहिम रईसी की एक हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई है। उनकी मौत ईरान, इस्राइल, भारत और वैश्विक स्तर की राजनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। रविवार की देर शाम ईरान के राष्ट्रपति रईसी, विदेश मंत्री हुसैन आमिर-अब्दुल्लाहियान, पूर्वी अजरबैजान के गवर्नर मालेक रहमती समेत 9 लोगों की देश के उत्तर-पश्चिम इलाके में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई। आइए समझते हैं कि ईरान के राष्ट्रपति की मौत कच्चे तेल और सोने की कीमतों, भारत और वैश्विक राजनीति पर क्या असर डाल सकती है?

कच्चे तेल की कीमतों पर असर
राष्ट्रपति की मौत के बाद ईरान की राजनैतिक अनिश्चितता तेल बाजारों में अस्थिरता का कारण बन सकती है क्योंकि निवेशक ईरान के तेल उत्पादन और निर्यात पर संभावित प्रभाव का आकलन करते हुए कारोबार में सतर्कता बरत सकते हैं। रईसी के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सोमवार को शुरुआती एशियाई कारोबार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आई।

ईरान के तेल उत्पादन में कोई भी व्यावधान वैश्विक तेल आपूर्ति और कीमतों को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि ईरान एक प्रमुख तेल उत्पादक देश है। विशेषज्ञों के अनुसार अस्थिरता के बावजूद तेल बाजार में काफी हद तक एक दायरे के भीतर कारोबार होता दिखा। वैश्विक बाजार में ब्रेंट क्रूड सोमवार को 83.77 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर कारोबार करता दिखा।

सोने की कीमतों और शेयर बाजारों पर प्रभाव
भू-राजनीतिक अनिश्चितता अक्सर सोने जैसी सुरक्षित धातुओं की कीमतों पर असर डालती है। ऐसी परिस्थितियों में लोग इनमें निवेश को सुरक्षित मानते हुए खरीदारी करने लगते हैं। इससे कीमतों में उछाल आती है। रईसी के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सोने की कीमतों में मजबूती आई है और यह अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।

रईसी की मौत की खबर वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों को भी प्रभावित कर सकती है। निवेशक क्षेत्रीय स्थिरता और आर्थिक नीतियों पर संभावित प्रभावों को देखते हुए करोबार करते हैं, इससे बाजार में उतार-चढ़ाव दिख सकता है। भू-राजनीतिक मोर्चे से जुड़ी इस अहम घटना के बाद एशियाई बाजारो में सपाट कारोबार होता दिख रहा है। संभवतः इसका कारण वर्तमान में ओपेक के पास अतिरिक्त क्षमता का होना है।

ईरान के राष्ट्रपति की मौत का भारत पर असर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस्लामिक गणराज्य के राष्ट्रपति डॉ सैयद इब्राहिम रईसी के अप्रत्याशित निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मोदी ने भारत-ईरान संबंधों को बढ़ाने में रईसी की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। उन्होंने रईसी के परिवार और ईरान के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और दुख की इस घड़ी में ईरान के साथ भारत की एकजुटता की पुष्टि की।

हाल ही में भारत ने चाबहार बंदरगाह को संचालित करने के लिए ईरान के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किया है, जो मध्य एशिया के साथ व्यापार को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक पहल है। पहली बार 2003 में भारत द्वारा इस संबंध में ईरान का को प्रस्ताव दिया गया था। लेकिन संदिग्ध परमाणु गतिविधियों के कारण ईरान पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों से यह समझौता लंबे समय तक बाधित रहा। लंबे समय के बाद हाल ही में हुए इस समझौते की अमेरिका ने आलोचना की है।

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
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