मुरादाबाद (डेस्क)। मेरठ, मुरादाबाद और रामपुर में समाजवादी पार्टी के अंदर चल रही गुटबाजी को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बेहद नाराज है और उसी को लेकर आज उन्होंने पार्टी कार्यालय पर एक बड़ी बैठक बुलाई है।

मुरादाबाद में जहां एक तरफ एस टी हसन को समाजवादी पार्टी ने अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाया है तो वहीं दूसरी तरफ रामपुर में मौलाना मबीउल्लाह को सपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है। रामपुर में सपा नेता आज़म खान के करीबी असीम राजा ने भी पर्चा खरीदा है तो दूसरी तरफ मुरादाबाद में रुचि वीरा ने भी नामांकन करा दिया है।

अखिलेश यादव जिसको कहेंगे उसी को सपा का समर्थन
पार्टी में चल रहे मनमुटाव और गुटबाजी को दूर करने के लिए सपा प्रदेश अध्यक्ष को जहां रामपुर भेजा गया है तो वही देवेंद्र उपाध्याय को मुरादाबाद भेजा गया है। वही इन सब के बीच समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंचे विधायक मंसूर अली ने कहा कि जहां पार्टी का जनाधार बड़ा होता है वहां इस तरह की खबरें आती है,।

लेकिन समाजवादी पार्टी में सब कुछ ठीक चल रहा है और अखिलेश यादव जिसको कहेंगे उसी को सपा कार्यकर्ता समर्थन देकर चुनाव लड़ाएंगे।
रुचि वीरा ने दाखिल किया नामांकन
मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी में हाई वोल्टेज ड्रामा जारी है। रुचि वीरा अचानक कलेक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन दाखिल कर दिया। उन्होंने समाजवादी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के तौर पर सिंबल लेटर के साथ नामांकन दाखिल किया है। आज सबेरे उनका टिकट काट दिया गया था और एसटी हसन को लड़ाने की बात कही गई थी लेकिन रुचि वीरा ने गेम पलट दिया। कल एसटी हसन भी नामांकन पत्र दाखिल कर चुके हैं।
क्या बोले मुरादाबाद के जिलाधिकारी
मंगलवार को इंडिया गंठबंधन की ओर से सपा के सिंबल पर डा. एसटी हसन ने अपना नामांकन कराया था बुधवार को रुची वीरा ने उसी पार्टी के सिंबल पर अपना नामांकन कराया है इसलिए अधिकृत तौर पर नियमानुसार डा. एसटी हसन का नामांकन कैंसिल हो गया है और अब रची वीरा ही सपा प्रत्याशी यानि इंडिया गंठबंधन की प्रत्याशी रहेंगी।
मुस्लिम वोटरों में खलबली
रामपुर के बाद मुरादाबाद में भी समाजवादी पार्टी में दो फाड़ दिखाई दें रहे हैं दो दिन से सियासी ड्रामा चल रहा है। वहीं इस ड्रामे को देखते हुए मुस्लिम वोटर इस पशोपेश में है कि अपना वोट किसको दें। ताकि उनका वोट खराब न जाए। रुची वीरा के नामांकन कराने से पहले मुस्लिम वोटर का रुझान पूरी तरह से डा. एसटी हसन के पाले में दिखाई दें रहा था लेकिन अब वोटरों में खामोशी और चेहरे पर गुस्सा देखने को मिल रहा है।