अपोलो और साईं पैथोलॉजी लैब का नहीं पंजीकरण
मुरादाबाद (डेस्क)। स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में अपंजीकृत पैथोलॉजी लैबों का मकड़जाल फैला हुआ है। जहां पर अनट्रेंड युवक मरीजों का खून चूसकर बायोमेडिकल वेस्ट को या तो नाली में फेंक रहे हैं या फिर कूड़े के ढेर पर और गंदगी बड़ा रहें हैं। ऐसा ही एक मामला छजलैट ब्लॉक की दो पैथोलॉजी लैबों का सामने आया है।

पहला मामला: छजलैट की बड़ी मस्जिद के निकट अपोलो पैथोलॉजी लैब संचालित है जिसका सीएमओ कार्यालय में रजिस्ट्रेशन नहीं है। बिना पंजीकरण के झोलाछाप डॉक्टर जितेन्द्र कुमार और गुफरान खान खुले बैंठें है। यहां मरीजों के साथ खुलेआम उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
टैक्नीशियन गलत रिपोर्ट बनाकर खून का काला कारोबार करता है तो वहीं अनट्रेंड युवक सरेआम लैब पर या डोर टू डोर जाकर मरीजों का खून चूसकर गैरकानूनी धंधा कर रहें हैं। बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण मानक के अनुसार नहीं बल्कि कूड़े के ढेर पर या नालियों में फैंका कर किया जा रहा है।

दूसरा मामला: छजलैट चौराहा पर कांठ रोड़ स्थित साई पैथोलॉजी लैब का है इसका भी रजिस्ट्रेशन सीएमओ कार्यालय में नहीं है। आनंद कुमार नामक युवक झोलाछाप डॉक्टर इसको अवैध रूप से संचालित करता है। यहां भी वहीं हाल है जो अपोलो पैथोलॉजी लैब का है।
ये बोले अधिकारी

सीएमओ डा. कुलदीप सिंह ने फोन पर बताया कि किसी भी हाल में बिना रजिस्ट्रेशन के पैथोलॉजी लैबो को संचालित नहीं होने दिया जाएगा। छजलैट टीम भेजकर विभागीय कार्यवाही जल्द कराई जाएगी। धारा 420 और मेडिकल एक्ट अधिनियम के तहत संबंधित थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।