जरीस मलिक
मुरादाबाद (अमरोहा)। आखिरी बार तैयब खान द्वारा पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुप में की गई पोस्ट को हर कोई वायरल करने लगा। जिसमें लिखा था कि जो मैं करने जा रहा हूं, उसके लिए मुझे माफ करना। उसे मेरी बुजदिली मत समझना, बस इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है…। ये सब लिख कर सिपाही तैयब खान ने आत्महत्या कर रही। इस वारदात ने पुलिस महकमे को ही अचंभित नहीं किया बल्कि जिसने भी इस घटना को देखा और सुना वह भी सोचने पर मजबूर हो गया कि ये आखिर मामला क्या है? क्यो सिपाही ने सुसाइड नोट लिखकर अपनी स्वयं जान ले ली।

ये संदेश जिसने भी पढ़ा वह सन्न रह गया। घटना के बारे में सुना तो मौके की तरफ दौड़ पड़ा। कोई तैयब खान के सादगी भरे व्यवहार की तारीफ करने लगा तो कोई उनके आत्महत्या करने के गम में डूब गया। घटना के बाद पत्नी मुन्नी का रो-रो कर बुरा हाल है, तो वहीं पिता शौकीन अहमद और मां मेहनाज गम में डूब गए हैं।

परिजनों के मुताबिक रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर शौकीन अहमद मूलरूप से डिडौली कोतवाली क्षेत्र के रामनगर गांव के रहने वाले हैं। करीब दो महीने पहले ही पूरा परिवार जोया के मोहल्ला चौधरियान में आकर रहने लगा। शौकीन के बेटे तैयब खान बागपत में ही रहकर ड्यूटी करते थे, जबकि उनकी पत्नी मुन्नी जोया में ही रहती है। तैयब खान के परिवार में दो बेटे और दो बेटी है।
पुलिस के मुताबिक, 2015 बैच के सिपाही तैयब खान की मुजफ्फरनगर निवासी मुन्नी से तीसरी शादी हुई थी। इससे पहले उनकी दो शादी हो चुकी थीं, दोनों ही पत्नियों से तलाक हो चुका है। संभल में चुनाव ड्यूटी करने के इरादे से तैयब खान बुधवार को अपने घर आए थे। लेकिन, करीब 48 घंटे के भीतर परिवार में ऐसा क्या हुआ जो तैयब खान को खुदकुशी करनी पड़ी। घटना की जानकारी मिलते ही सभी परिजन रेलवे स्टेशन स्थित घटनास्थल पर पहुंच गए।

उधर, डिडौली पुलिस भी तुरंत ही तैयब खान के जोया स्थित घर पर पहुंच गई। पुलिस ने काफी प्रयास किया लेकिन भीतर से करीब एक घंटे तक किसी ने भी दरवाजा नहीं खोला। इस दौरान घर में तैयब खान की माता मेहनाज मौजूद थीं।
बहन सबा व अन्य परिजनों के घर पहुंचने के बाद दरवाजा खोला गया। जिसके बाद पुलिस ने जानकारी हासिल की। हालांकि, परिजन कुछ भी बताने को तैयार नहीं थे। देर रात तक मृतक तैयब खान के घर पर पुलिस मुस्तैद थी।