स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में वीरपुर थान में एक ओर खुला अपंजीकृत अस्पताल

मुरादाबाद (डेस्क)। स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में लगातार अपंजीकृत अस्पतालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। आए दिन झोलाछाप डॉक्टर बड़े-बड़े अस्पताल खोल रहें हैं। जहां पर टैक्नीशियन आप्रेशन करता है और अनट्रेंड स्टाफ मरीजों को दवाईयां, इंजेक्शन लगाकर खुलेआम जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसा ही एक अपंजीकृत अस्पताल पकड़ में आया है।
Trending video
मामला विकास खंड मूंढापांडे के दलपतपुर-अलीगंज रोड़ स्थित वीरपुर गांव के एम एच अस्पताल से जुड़ा है। सीएमओ कार्यालय में इस फर्जी अस्पताल का रजिस्ट्रेशन नहीं है। फिर भी संचालक और अनट्रेंड स्टाफ मरीजों को भर्ती कर उपचार कर रहें हैं। इस अवैध अस्पताल के पर्चे पर साफ लिखा है कि आईसीयू, एनआईसीयू, पैथोलॉजी लैब, यूरोलॉजी विभाग, नार्मल एवं आप्रेशन द्वारा डिलीवरी, प्रसूति एवं स्त्री रोग की 24 घंटे इमरजेंसी की सेवा उपलब्ध है।

खुद को एक आयुर्वेदिक चिकित्सक बताने वाले संचालक अय्यूब ने जानकारी देते हुए बताया कि एम एच अस्पताल का आवेदन सीएमओ कार्यालय में आनलाइन कर दिया गया है अब पंजीकरण देना या न देना सीएमओ साहब के हाथ में है। फिलहाल मैंने बिना रजिस्ट्रेशन के ही मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया है। सुबह 10 बजे से 12 बजे तक डा. सरीना नामक महिला डाक्टर बैठती है और सिजेरियन के लिए डा.मनोज को बुला लिया जाता है।
Advertisement

अस्पताल में आप्रेशन द्वारा डिलीवरी, पित्ते का आप्रेशन , गुर्दे का आप्रेशन, आंत का बढ़ना, अपेन्डिक्स, हर्निया, दूरबीन द्वारा व खुला आप्रेशन आदि किये जाते हैं।
सीएमओ कार्यालय में रजिस्ट्रेशन है नहीं? अस्पताल में सर्जन आता नहीं? स्त्री रोग विशेषज्ञ कोई चिकित्सका प्रैक्टिस करती नहीं? अनट्रेंड स्टाफ के सहारे आप और आपका मरीज़ कितना सुरक्षित है इसका अंदाजा स्वयं ही लगा लीजिएगा।

ये बोले सीएमओ डा. कुलदीप सिंह
आवेदन करने का ही मतलब नहीं है कि रजिस्ट्रेशन हो गया और अस्पताल खोल दिया जाए। ऐसी गलत फहमी में कोई न रहें। जब तक कार्यालय से पंजीकरण संख्या नहीं मिलती तब तक मरीजों को भर्ती करना तो दूर की बात है अस्पताल में ओपीडी भी कोई नहीं कर सकता। मेरे संज्ञान में मामला आपके द्वारा आया है तत्काल प्रभाव से मैं टीम भेजकर विभागीय कार्यवाही अवश्य कराऊंगा।