सालभर रहती है ठंडी, यहां लगी है जूस बनाने की अनोखी मशीन
रामपुर। कोठी खास बाग का इतिहास सैकड़ों सालों पुराना है। इस जगह पर नवाब गर्मियों के दिनों में ठंडक के लिए रहा करते थे। रामपुर में नवाबों ने 200 साल तक राज किया। रामपुर के लोगों को दो साल बाद 1949 में आजादी मिली थी। लेकिन नवाबों के रोचक किस्सों की चर्चा आज तक होती है।
रामपुर रियासत में नवाब इतने दौलतमंद थे कि उनकी शानो-शौकत और रईसी का कोई अंत नहीं था। पूरे हिंदुस्तान में वो अपनी रॉयल लाइफ जीने के लिए जाने जाते थे। रामपुर नवाब ने अपने अमीरों के दिनों में जिले का सबसे बड़ा बाग कोठी खास बाग विकसित किया। इसी बाग में विशाल जूस की मशीन भी लगवाई थी।
सालों पुरानी जूस की मशीन
रामपुर के नवाबों की रहिसयत का सबसे बड़ा उदाहरण है बड़ा बाग कोठी में लगी सालों पुरानी जूस की मशीन. यह प्राचीन जूस की मशीन आज भी देखने को मिल जाएगी। जब उस जमाने में कोई साधन नहीं थे, तो रामपुर के नवाबों ने इस मशीन को लगवाया था। वो भी खुद भी इस मशीन का इस्तेमाल किया करते थे।
कोठी खास बाग का इतिहास
यूपी के रामपुर में नवाबों ने कई विशाल ऐतिहासिक बाग विकसित किए थे। इन्हीं में से एक कोठी खास बाग है। जो 400 एकड़ से अधिक जगह में फैला हुआ था। यह बाग इस शहर की शौर्यगाथा को बताता है। गर्मियों के दिनों में नवाब खानदान कोठी खास बाग में रहा करता था। नवाब साहब गर्मी के दिनों में सपरिवार इसमें रहते थे। ये करीब 100 साल पुराना बाग है। कहा तो ये भी जाता है कि जिले में इससे बड़ा बाग कोई और नहीं है।
एक बार में बनता था कई लीटर जूस
इस बाग में लगे फलों की वैरायटी भी बेहद जायकेदार है।इन्ही फलों का रस निकालने के लिए नवाब हामिद अली खान ने जब 1930 में कोठी खास बाग में जिले का सबसे बड़ा बाग विकसित किया। उसी दौरान विशाल जूस की मशीन लगवाई गई थी, जिससे कोठी खास बाग में लगे फलों का रस निकालने की प्रक्रिया अधिक आसानी से उपलब्ध हो जाती थी। यह मशीन इतनी बड़ी थी कि एक ही बार में कई लीटर जूस निकल जाता था।
