संचालक बोला, जल्दी फिर बिना रजिस्ट्रेशन के तोड़ दिया जाएगा ताला

मुरादाबाद। एक बार कुंदरकी रोड़ स्थित गांगन तिराहा टी प्वाइंट पर संचालित स्काई हाॅस्पिटल सीएमओ के निर्देश पर सील कर दिया गया। सिजेरियन के दौरान महिला की मौत कल इस अपंजीकृत हाॅस्पिटल में हुई थी। परिजनों ने जमकर तोड़फोड़ की थी।

शुक्रवार को सीएमओ डा.कुलदीप चौधरी के निर्देश पर एसीएमओ ने स्काई हाॅस्पिटल का पंजीकरण नहीं दिखाने पर सील बंद कर दिया। इस अपंजीकृत हाॅस्पिटल में आप्रेशन टैक्नीशियन करता था और झोलाछाप डॉक्टर इसको आपरेट करते थे। हालांकि तत्कालीन नोडल अधिकारी (एसीएमओ) डा. संजीव बेलवाल ने इस अवैध हाॅस्पिटल को एक साल पहले सील किया था लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ने दरियादिली दिखाते हुए ताला तोड़ने की मौखिक अनुमति दें डाली थी।

अब देखना ये है कि इस सील बंद अस्पताल को कब खुलने की मौखिक अनुमति मिल जायेगी। क्योंकि जितने दाबे संचालक कर रहा है उससे तो यहीं अंदाजा लगाया जा सकता है कि सुविधा शुल्क देकर जल्द ही सील तोड़ दी जाएगी। यहां भले ही सीएमओ कार्यालय में रजिस्ट्रेशन हो या न हो, लेकिन सुविधा शुल्क बटोरने के बाद सबकुछ ठीक हो जाता है।
स्काई हाॅस्पिटल में भले ही कोई प्रशिक्षित चिकित्सक सुबह शाम प्रैक्टिस नहीं करता हो, लेकिन बोर्ड के बाहर मरीजों और अन्य लोगों को धोखा देने के लिए डाक्टर के नाम और डिग्री लिखवाना एक ट्रेंड बनता जा रहा है। असलियत में ओपीडी, आईपीडी ओर आप्रेशन झोलाछाप डाक्टर ही करता है।
स्वास्थ्य विभाग की करनी और कथनी में अंतर

संभल रोड़ स्थित चिराग हेल्थ केयर महमूदपुर में भी पिछले दिनों एक महिला की आप्रेशन के बाद मौत हो गई थी। सूचना पाकर एसीएमओ डा.नरेंद्र चौधरी भी पहुंचै थे। लेकिन राजनीतिक दवाब के चलते अपंजीकृत अस्पताल को सील नहीं लगा सकें। सूत्रों से मालूम हुआ कि नगर पंचायत महमूदपुर के चेयरमैन पति ने अपंजीकृत चिराग हेल्थ केयर को सील नहीं होने दिया बल्कि अपने कार्यालय में बैठाकर समझौता करवा दिया।