धड़ल्ले से बेखौफ हो रही थी सर्जरी, संचालक फरार
मुरादाबाद (डेस्क)। जिले में अपंजीकृत अस्पताल, पैथोलॉजी लैब और क्लीनिकों का चारो तरफ घना मकड़जाल फैला है। रेवड़ी मूंगफली की तरह अप्रशिक्षित चिकित्सक अपनी डिग्रियों को किराए पर झोलाछाप डॉक्टरों को दें रहे हैं। एक-एक डाक्टर जिले में चार -चार अस्पताल में कब्जा जमाए हुआ है। ऐसा ही एक मामला जब सीएमओ के संज्ञान में आया तो छजलैट स्थित नूरपुर रोड़ पर नवयुग नर्सिंग होम निशाने पर आ गया। जिस पर आज एसीएमओ ने ताला लगा दिया।

विभागीय जानकारी के अनुसार नवयुग नर्सिंग होम का कार्यालय में रजिस्ट्रेशन नहीं है आवेदन किया गया था लेकिन इस लेडिज डाक्टर की डिग्री लगी थी उन्होंने कई ओर अस्पताल और अल्ट्रासाउंड सेंटर पर अपने कागज लगाए हैं। सीधे तौर पर कहें तो अपनी एक डिग्री कई झोलाछाप डॉक्टरों को किराए पर दें रखी है।
नवयुग नर्सिंग होम के संचालक से इस अपंजीकृत नर्सिंग होम की कहानी पूछनी चाहिए तो वह कुछ बता नहीं सकें। असल में ये नर्सिंग होम पूरी तरह से मानकों के विपरित संचालित हो रहा था। यहां न तो बायोमेडिकल वेस्ट का कचरा निस्तारण मानक अनुसार हो रहा था और न पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद था।

सीएमओ डा.कुलदीप चौधरी के निर्देश पर मंगलवार को एसीएमओ डा नरेंद्र चौधरी ने जांच उपरांत इस अपंजीकृत नर्सिंग होम को ताला लगा दिया। अब ये ताला कितना मजबूत है ये तो आने वाला समय ही बता सकेगा। फिलहाल इस एक्शन से क्षेत्रीय अस्पताल, पैथोलॉजी लैब और क्लीनिक संचालित करने वाले संचालकों में भय बना है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि किराए पर डिग्री देने वाले डाक्टरों पर जल्द विभाग पाबंदी लगाने जा रहा है।