नई बस्ती असालतनगर बग्गा संभल रोड़ मुरादाबाद का मामला
मुरादाबाद। स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में जिले भर में अपंजीकृत पैथोलाॅजी लैबों का मकड़जाल फैलता ही जा रहा है। जिधर देखो कुकरमुत्तों की तरह खून खींचने की दुकानें झोलाछाप डाक्टरों ने खोल रखी है। अनट्रेंड स्टाफ डोर टू डोर जाकर मरीजों के सैम्पल लेकर आधी अधूरी रिपोर्ट बनाकर लूट खसोट कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला संभल रोड़ स्थित असालतनगर बग्गा की शिफा पैथोलाॅजी लैब का सामने आया है।

इस अपंजीकृत पैथोलाॅजी लैब पर अनट्रैंड स्टाफ काम करता है। झोलाछाप डाक्टर इसका संचालक है। इस लैब पर वैसे तो एमबीबीएस एमडी डा. जेड खान का नाम डिग्री लिखी है। लेकिन इन्होंने कभी रिपोर्ट नहीं बनाई और न कभी लैब पर मौजूद हैं। इमरान नामक युवक ही मरीजों के लिए सैम्पल के आधार पर रिपोर्ट बनाकर धोखाधड़ी करके फर्जी हस्ताक्षर करता है।

असल में लैब पर जितना भी बायोमेडिकल वेस्ट का कचरा एकत्रित होता है उसको नाली या कूड़े के ढेर पर फैंक दिया जाता है। निस्तारण के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। ऐसा नहीं है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है। फिर भी महकमें के नोडल अधिकारी डा. नरेंद्र चौधरी चुप्पी साधे हैं।
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ऐसा प्रतीत होता है कि विभाग के संरक्षण में ये अपंजीकृत लैब संचालित है। जिलाधिकारी अनुज सिंह को जिले में बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रही पैथोलाॅजी लैबों, अस्पतालों पर संबंधित एसडीएम की अगुवाई में कार्यवाही करानी चाहिए।