
मुरादाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश की अवहेलना खुलेआम की जा रहीं हैं। मुरादाबाद में मुंह देख कर अपंजीकृत अस्पताल पैथोलॉजी लैब और क्लीनिकों पर क्षेत्रीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एमओआईसी शिकंजा कस कर मुकदमा दर्ज करा रहें हैं। ऐसा ही एक मामला कांठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का सामने आया है।

वैसे तो कांठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सका अधीक्षक डा. राजीव चौधरी लगातार छापेमारी कर रहे हैं। लेकिन कार्यवाही सिर्फ मुंह देखकर की जा रही है। मामला कांठ, उमरी और सलेमपुर गढ़ी की पैथोलॉजी लैबों से जुड़ा है। अपंजीकृत होने के बावजूद सील नहीं किया जा रहा।

इन अपंजीकृत पैथोलॉजी लैबों पर बायोमेडिकल वेस्ट कचरें का निस्तारण अनट्रेंड युवक या तो कूड़ेदान में कर रहे हैं या नाली में फैंक कर पर्यावरण प्रदूषित करने का काम कर रहे हैं। रेफर झोलाछाप डाक्टर की मनपसंद टैक्नीशियन से रिपोर्ट बनवाकर मोटी फीस लेकर उपचार करते हैं। सबसे ग़लत और भ्रमित रिपोर्ट इंडियन पैथोलॉजी लैब मिश्री बेगमपुर रोड़ , स्मार्ट पैथोलॉजी लैब कासमपुर नया गांव कांठ, जम पैथोलॉजी लैब गढ़ी मैन बाजार, अलशिफा पैथोलॉजी लैब सलेमपुर कांठ, रायल पैथोलॉजी लैब अकबरपुर चैंदरी पर खुलेआम बनाईं जा रही है।

इन पैथोलॉजी लैबों पर हो कार्रवाई
1- इंडियन पैथोलॉजी लैब मिश्री बेगमपुर रोड़
2- रायल पैथोलॉजी लैब अकबरपुर चैंदरी
3- स्मार्ट पैथोलॉजी लैब कासमपुर नयागांव
4- जम जम पैथोलॉजी लैब गढ़ी
5- अलशिफा पैथोलॉजी लैब सलेमपुर

ये बोले सीएमओ डॉ कुलदीप चौधरी
किसी भी हाल में अपंजीकृत पैथोलॉजी लैबों को संचालित नहीं होने दिया जाएगा। मुंह देखकर कार्यवाही करता जो एमओआईसी करता दिखाई दिया तो उस पर भी कार्यवाही विभाग करेगा। कांठ, सलेमपुर गढ़ी में भी टीम बनाकर जांच फिर से कराईं जाएगी।