//

कुंदरकी में चुनावी माहौल गरम, 20 को वोट डालने का समय।

20 mins read

भाजपा, सपा और बसपा के साथ 12 प्रत्याशी कुंदरकी उपचुनाव में उतरे।

चुनाव आयोग ने कुंदरकी समेत उत्तर प्रदेश के अन्य विधानसभा सीटों के उपचुनाव की तारीख बदल दी गई है। इन सीटों पर अब 13 की जगह 20 नवंबर को मतदान होगा। नतीजे 23 नवंबर को ही आएंगे। कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव के लिए सभी प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवारों ने नामांकन करवा दिया है। कुंदरकी विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में भाजपा, सपा और बसपा सहित 12 प्रत्याशी मैदान में हैं। भाजपा से रामवीर सिंह, सपा प्रत्याशी हाजी मोहम्मद रिजवान, बसपा प्रत्याशी रफतउल्ला आमने-सामने हैं। नामांकन के दौरान 19 लोगों ने 23 पर्चे दाखिल किए थे। जांच के बाद रिटर्निंग अफसर ने पांच दावेदारों के पर्चे अलग-अलग कमियों के कारण निरस्त कर दिए थे। जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से चुनाव चिह्न आवंटन के दौरान किसी प्रत्याशी को रोड रोलर तो किसी को चुनाव चिह्न के रूप में सेब मिला। 

भाजपा के रामवीर और सपा के रिजवान में तीसरी बार टक्कर

भाजपा ने तीसरी बार कुंदरकी विधानसभा सीट से रामवीर सिंह को प्रत्याशी बनाया है। इससे पहले रामवीर दो बार कुंदरकी और एक बार देहात विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं। पार्टी को भरोसा है कि रामवीर ही सपा प्रत्याशी मोहम्मद रिजवान का मुकाबला कर सकते हैं। रामवीर की मोहम्मद रिजवान से तीसरी बार टक्कर होने जा रही है। हालांकि, भाजपा प्रत्याशी को अपनी पहली जीत की तलाश है। मूंढापांडे के दाैलारी निवासी रामवीर सिंह ने 1993 में भाजपा से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था।  सीएम योगी के करीबियों में उनकी गिनती होती है। 2007 में रामवीर सिंह देहात विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे। इस चुनाव में सपा प्रत्याशी उस्मानुल हक को 49,194 मत और भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह को 46,034 मत मिले थे।

रामवीर सिंह लगभग तीन हजार मतों से चुनाव हार गए थे। 2012 में भाजपा ने रामवीर सिंह को कुंदरकी विधानसभा सीट से मैदान में उतारा था। इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी का मुकाबला सपा प्रत्याशी रिजवान से था। इस चुनाव में सपा को 81,302 और भाजपा को 64,101 मत मिले थे और रामवीर सिंह को एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा था। 2017 में भाजपा ने रामवीर सिंह पर फिर भरोसा जताया और उन्हें कुंदरकी विधानसभा सीट से मैदान में उतारा। उनका मुकाबला सपा प्रत्याशी रिजवान से हुआ। रिजवान को 1,10,561 मत और भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह को 99,740 वोट मिले थे। इस प्रकार रामवीर सिंह 10821 मत से दोबारा मोहम्मद रिजवान से चुनाव हार गए।

हालांकि, भाजपा ने 2022 में कमल प्रजापति को चुनावी मैदान में उतारा, लेकिन प्रत्याशी बदलने के बाद भी परिणाम नहीं बदला और भाजपा प्रत्याशी को सपा प्रत्याशी जियाउर्रहमान बर्क से 42,998 मतों से चुनाव में हार मिली। अब पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि रामवीर 2024 उपचुनाव में भाजपा की नैय्या पार लगा सकते हैं। हालांकि, कुंदरकी सीट पर तीसरी बार रामवीर सिंह का मुकाबला सपा के मोहम्मद रिजवान से ही है। भाजपा के जिलाध्यक्ष आकाश पाल का कहना है कि रामवीर सिंह कुंदरकी उपचुनाव में मजबूत प्रत्याशी साबित होंगे। पार्टी ने क्षेत्र में काफी विकास कार्य किया है। संगठन पूरी ताकत के साथ लगा हुआ है।

कुंदरकी की जनता मेरे दिल में: रिजवान

सपा प्रत्याशी मो. रिजवान पर्चा दाखिल करने के बाद काफी प्रसन्न मुद्रा में दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि कुंदरकी की जनता मेरे दिल में बसती है। वहा किसी दल से कोई खतरा नहीं है। विरोधी दल दूसरे नंबर पर रहेंगे। पीडीए का मुद्दा विकास है। आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने कुछ नहीं किया। उनसे जनता को कोई उम्मीद नहीं रखना चाहिए। भाजपा सरकार मेंं कुंदरकी का कुछ भला नहीं हुआ है।

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
M: 9997411800, 9719616444

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Latest from Blog