गोपनीय शिकायत पर जांच: विजिलेंस ने सेवानिवृत्त अभियंता के खिलाफ 2021 से शुरू की थी आय और खर्चों की जांच
बरेली में सिंचाई विभाग के सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता को आय से अधिक संपत्ति के मामले में आरोपी बनाया गया है। अभियंता एक करोड़ से ज्यादा रकम के खर्च का हिसाब नहीं दे सके। प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर विजिलेंस थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। वर्ष 2021 में मिली गोपनीय शिकायत का संदर्भ लेते हुए सिंचाई विभाग के सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता देवराज निवासी कुल्छा थाना शाही के खिलाफ विजिलेंस ने खुली जांच शुरु की थी। जांच के दौरान सामने आया कि देवराज ने लोकसेवक के रूप में काम करते हुए आय के वैध स्रोतों से करीब 2.31 करोड़ की आय अर्जित की।

इतनी रकम का नहीं दे सके हिसाब
देवराज ने भरण पोषण और संपत्ति खरीदने में करीब 3.33 करोड़ रुपये खर्च किए। देवराज ने 10177893 रुपये अपनी आय से अधिक खर्च किए। इसके संबंध में विजिलेंस की खुली जांच के दौरान देवराज न तो कोई संतोषजनक जवाब दे सके और न ही इस संबंध में कोई दस्तावेज ही पेश किया जा सका। जांच में आय से अधिक संपत्ति का मामला पकड़ में आने के बाद विजिलेंस सेक्टर बरेली थाने के इंस्पेक्टर अरविंद सिंह ने देवराज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।