आगरा में भूमि अधिग्रहण विवाद: आंदोलनकारियों ने तेज की अपनी मांगें
आगरा में भूमि अधिग्रहण के 14 साल बाद भी मुआवजा नहीं मिलने पर अब जमीन वापसी की मांग तेज हो गई है। आंदोलित किसान पांच दिन से इनर रिंग रोड पर सो रहे हैं। टेंट लगाकर धरना-प्रदर्शन चल रहा है। बृहस्पतिवार को भाकियू नेता भानू प्रताप सिंह पहुंचे। इनर रिंग रोड पर सभा में आंदोलन की हुंकार भरी।

उधर, प्रशासन कैबिनेट के निर्णय के भरोसे है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट की बैठक में जमीन वापसी पर निर्णय होना है। किसानों को मनाने में नाकाम रहे अफसर अब कैबिनेट व शासन के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। उधर, तीन दिन से एडीए उपाध्यक्ष व सचिव लखनऊ में हैं। क्षेत्रीय विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह ने प्रकरण से मुख्यमंत्री को अवगत कराया था। प्रभावित किसान मुख्यमंत्री से वार्ता पर अड़े हैं। शासन स्तर से कोई वार्ता का संकेत नहीं आया है।
टूट रहा सब्र का बांध
इनर रिंग रोड पर जमीन वापसी के लिए आंदोलित किसानों को भारतीय किसान संघ ने भी समर्थन दिया है। किसान नेता मोहन सिंह चाहर ने कहा कि अब किसानों के सब्र का बांध टूट रहा है। एडीए को किसानों की जमीन वापस करनी चाहिए। उन्होंने इस संबंध में डीएम से मुलाकात कर किसानों की जमीन वापस कराने की मांग रखी।

पुलिस ने अस्थायी रूप से चालू कराई दूसरी लेन
इनर रिंग रोड की एक लेन बंद किसानों का धरना चल रहा है। जिससे एक ही लेन पर दोनों ओर के वाहनों को निकाला जा रहा है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को कोहरे के चलते हादसे से बचने के लिए दूसरी लेन अस्थायी रूप से चालू करा दी है। धरना स्थल से 500 मीटर आगे बीच डिवाइडर पर मिट्टी डलवाकर वाहनों को लखनऊ की ओर जाने वाली लेन से होकर निकलवाया जा रहा है। संवाद