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मुरादाबाद: पुलिस मुठभेड़ में अपहरणकर्ता घायल, अभिनव की सकुशल वापसी

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सिविल लाइंस क्षेत्र में देर रात मुठभेड़, अपहरणकर्ता विशाल घायल

Moradabad News : हाथरस में जियो फाइबर के मैनेजर के अपहरकर्ताओं से एसटीएफ और हाथरस पुलिस की मुरादाबाद में मुठभेड़ हुई। जिसमें अपहरणकर्ता को गोली लगी। पुलिस ने अपहरण हुए अभिनव भारद्वाज को सकुशल बरामद कर लिया है। एसटीएफ और हाथरस पुलिस की मुरादाबाद में सिविल लाइंस क्षेत्र में देर रात अपहरणकर्ताओं से मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में अपहरणकर्ता विशाल को गोली लगी। पुलिस ने हाथरस से अपहरण किए गए जियो फाइबर के मैनेजर अभिनव भारद्वाज को सकुशल बरामद कर लिया है। मुठभेड़ में घाायल विशाल अल्मोड़ा जिले के धारानौला थाना के रजपुरा गांव का रहने वाला है।

बताया जा रहा है कि अपहरणकर्ता फिरौती के 20 लाख रुपये लेने के लिए मुरादाबाद आए थे। एसटीएफ और हाथरस पुलिस ने सूचना के आधार पर अपहरणकर्ताओं का पीछा कर मुरादाबाद में घेर लिया। वहां पर मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में अपहरणकर्ता विशाल को गोली लगी और मैनेजर अभिनव भारद्वाज को छुड़ा लिया गया। कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र की नवल नगर कॉलोनी निवासी जियो फाइबर के मैनेजर का अपहरण कर लिया गया। उनकी 1 जनवरी को शाम सात बजे परिजनों से आखिरी बार बात हुई थी। परिजनों को अपहरण का पता तब लगा, जब उनकी पत्नी से फोन पर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। अपहरणकर्ताओं ने खुद को दिल्ली के कुख्यात टिल्लू ताजपुरिया गैंग से जुड़ा बताया था।

हाथरस पुलिस मुठभेड़ से बन रही अंजान
मुरादाबाद में एसटीएफ और हाथरस पुलिस की संयुक्त  कार्रवाई में मुठभेड़ हुई। जिसमें अपहरणकर्ता के गोली लगी। मुठभेड़ के बारे में जब हाथरस पुलिस से पूछा गया तो वह इससे अंजान बनी रही।

घर से नववर्ष की पार्टी के लिए निकले थे सिकंदराराऊ

एक जनवरी की दोपहर 1.16 बजे अभिनव अपने घर से पैदल निकले थे। घर से निकलते वक्त उन्होंने अपनी पत्नी से कहा था कि आज सिकंदराराऊ में जियो के सेंटर की विजिट करेंगे। इसके बाद जियो सेंटर के संचालक अतुल ने पार्टी देने के लिए कहा है, इसलिए रात में लौटने में देरी हो सकती है। यह कहकर अभिनव निकल लिए। बताया जा रहा है कि सिकंदराराऊ के मिश्री होटल पर करीब सात बजे तक पार्टी हुई। इस दौरान स्वीटी से अभिनव की आखिरी बात हुई। इसके बाद परिजनों सवे बात होना बंद हो गया और अपहरणकर्ताओं की कॉल आना शुरू हो गई। संवाद

पिता के लौटने की राह देख रहा बेटा
अभिनव के अपहरण की खबर से उनके परिजन दहशत में हैं। अपहरण की सूचना के बाद अभिनव के पिता प्रभात सिंह गाजियाबाद से यहां नवल नगर पहुंच गए और अपनी बहू को हिम्मत बंधाई। इधर, अभिनव का सात वर्ष का बेटा हंस भी अपने पापा के लौटने की राह देख रहा है। हंस कक्षा एक में पढ़ता है। दामाद के अपहरण की सूचना पर ससुर व अन्य ससुरालीजन भी घर पहुंच गए हैं। आलम यह है कि जैसे ही अपहरणकर्ताओं की कॉल आती है, परिजन डर जाते हैं। संवाद

20 लाख का कर लो इंतजाम, वरना नरेला से लाश उठा लेना…
अपहरणकर्ता ने अभिनव भारद्वाज की पत्नी से फोन पर कहा कि प्रद्युम्न को कई बार फोन किया है। उसने फोन पर कहा कि मैं टिल्लू ताजपुरिया गैंग से मोंटी बात कर रहा हूं। तुम्हारे बंदे की किडनैपिंग हो चुकी है। पेमेंट का इंतजाम कर लो। हाथरस के बंदे ने किडनैपिंग दी थी। दो दिन का टाइम दे रहे रहे हैं, बंदा दिल्ली में ही है आपका। टिल्लू ताजपुरिया गैंग का नाम सुना है, यू ट्यूब पर सर्च कर लियो। मोंटी दोसो मेरा नाम है, 15 साल से जेल से फरार हूं। 20 लाख रुपये की व्यवस्था कर लो। बंदा मिल जाएगा, नहीं चाहिए तो सुबह बंदे की लाश नरेला नाले से उठा लेना। नहीं तो तुम्हारे बंदे का पार्सल भेज देते हैं। अगर पेमेंट हो सकती है तो हां कहो या न कहो। अपहरणकर्ता ने यह तक कहा कि मुझे पैसे मिल गए तो मैं यह भी बता दूंगा कि किसने किडनैपिंग दी है हमें, क्यों उठवाया गया है। मुझे कितने पैसे दे सकते हो, वह बता दो। मुझे फाइनल रेट बता दे। 10 मिनट लास्ट हैं, तेरे पास।

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
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