डांटने से नाराज मजदूरों ने सीढ़ियों से धक्का देकर उतारा मौत के घाट
Moradabad News : मझोला थाना क्षेत्र के लाकड़ी फाजलपुर में रिटायर्ड दरोगा अतेंद्र सिंह की हत्या के मामले का सोमवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। तीन मजदूरों ने डांटने से नाराज होकर सीढि़यों से धक्का देने के बाद रिटायर्ड दरोगा की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या के बाद लूटी गई अंगूठी और चेन भी बरामद कर ली। तीनों आरोपियों को जेेल भेज दिया गया। पुलिस लाइन में एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने हत्यांकाड का खुलासा करते हुए बताया कि रामेश्वर कॉलोनी निवासी रिटायर्ड दरोगा अतेंद्र सिंह लाकड़ी फाजलपुर में 19 जनवरी को गोडाउन का निर्माण करा रहे थे। शाम के समय मजदूरों ने परिजनों को बताया कि रिटायर्ड दरोगा छत से गिरकर घायल हो गए हैं। परिजन उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया। उनके सिर में गंभीर चोट लगी थी। छानबीन करने पर पता चला कि रिटायर्ड दरोगा का पर्स, चेन, अंगूठी, आधार कार्ड, पैन कार्ड व अन्य कागज गायब हैं।

संदेह होने पर रिटायर्ड दरोगा के पुत्र अंकुर प्रताप सिंह ने मझोला थाने में मजदूरों के खिलाफ पिता की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने शक के आधार पर रविवार को सरिता नगर मझोला निवासी रवींद्र प्रजापति, विकासनगर निवासी विपिन कुमार और उधमसिंहनगर जिले के वैतवालन कुंदा निवासी संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से अतेंद्र सिंह की सोने की चेन, अंगूठी, आधार कार्ड, पैन कार्ड और परिचय पत्र बरामद किया। आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बल्ली भी बरामद कर ली गई। कोर्ट में पेश करने के बाद तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया।

तीनों मजदूरों ने ऐसे दिया हत्याकांड काे अंजाम
पुलिस के अनुसार तीनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि रिटायर्ड दरोगा ने 19 जनवरी को काम समाप्त होने के बाद उन्हें फटकार लगाई थी। इससे नाराज मजदूरों ने शराब पीकर रिटायर्ड दरोगा को मारने की योजना बनाई। आरोपी रविंद्र ने अतेंद्र सिंह से एक लाख रुपये उधार भी ले रखे थे। घटना के समय गोदाम पर तीनों आरोपियों के अलावा कोई नहीं था। गोदाम की दूसरी मंजिल पर जाते समय आरोपी विपिन ने अतेंद्र सिंह को जोर से लात मारकर धक्का दिया और वह सीढ़ियों से नीचे जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद तीनों ने बल्ली से पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपियों ने उनका पर्स भी निकाल लिया। इसके बाद रिटायर्ड दरोगा के बेटे अंकुर प्रताप सिंह को पिता के छत से गिरकर घायल होने की झूठी सूचना दी थी।