गलत कोच में चढ़ गए परिजन, चलती ट्रेन से उतरने की हुई कोशिश
एटा की किशोरी के साथ बृहस्पतिवार रात बरेली में दुष्कर्म की घटना का सच दूसरे दिन एफआईआर से सामने आया है। ट्रेन के गलत कोच में घुसकर जब किशोरी भटक रही थी तो उसके पीछे चल रहे आरोपी ने सुनसान में उसे ट्रेन से धक्का दिया और खुद कूदकर दुष्कर्म की घटना कर दी।

पिता के साथ गई थी देवी के मंदिर
एटा कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी किशोरी के पिता ने जीआरपी सिटी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह अपनी 16 वर्षीय बेटी व छह साल के बेटे और कासगंज के कुछ रिश्तेदारों के साथ पूर्णागिरि देवी का दर्शन करके टनकपुर से रात सात बजे करीब बरेली सिटी स्टेशन आ गए थे। यहां से उन्हें बांद्रा टर्मिनल साप्ताहिक ट्रेन से कासगंज जाना था। करीब साढ़े आठ बजे ट्रेन आई तो वह लोग प्लेटफार्म नंबर तीन से उसमें चढ़ गए। अंदर जाकर पता लगा कि वह स्लीपर व रिजर्व वाले कोच में आ गए हैं। तब वह और उनके रिश्तेदार चलती ट्रेन से उतर गए।
चल भी नहीं पा रही थी बेटी
बताया कि उनकी बेटी ट्रेन में ही रह गई। वह एक से दूसरे कोच में भटकती रही। वह लोग उसे प्लेटफार्म पर ही खोजते रहे। थोड़ी देर बाद उनकी बेटी प्लेटफार्म नंबर एक की ओर से आती दिखाई दी जिसके साथ दो पुलिसकर्मी भी थे। वह बहुत घबराई हुई थी और चल नहीं पा रही थी। तब बेटी ने बताया कि उसके साथ एक व्यक्ति ने गलत काम किया है।

आउटर पर दिया था धक्का
स्टेशन से कुछ दूर ट्रेन बढ़ने पर जब वह पिता व अन्य लोगों को देखने एक कोच से दूसरे में होकर गेट की ओर बढ़ी तो वह व्यक्ति भी उसके पीछे लगा रहा। फिर मढ़ीनाथ पुल के पास आउटर पर उसने बेटी को धक्का दे दिया। ट्रेन हल्की गति से बढ़ रही थी तो आरोपी भी कूद गया और उनकी बेटी के साथ घटना कर दी।
आरोपी को पकड़ने के लिए बनाई गई टीमें
बरेली एसएसपी के सहयोग से आठ टीम बनाकर पुलिस व जीआरपी काम कर रही है। सभी संभावित तरीकों पर काम किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्दी ही सफलता मिलेगी। – आशुतोष शुक्ला, एसपी जीआरपी मुरादाबाद सेक्टर