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बरेली में सनसनीखेज वारदात: घर में घुसकर मारपीट और फायरिंग, माहौल बिगाड़ने की साजिश

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चुनावी रंजिश बनी बवाल की वजह, प्रधान और पूर्व प्रधान ने भड़काई आग

बरेली के इज्जतनगर थाना क्षेत्र के एक गांव में दो समुदाय के लोगों के बीच हुआ बवाल एक ही बिरादरी के प्रधान व पूर्व प्रधान की चुनावी रंजिश का नतीजा बताया जा रहा है। युवती को ले जाने की घटना को दोनों ने की मूंछ की लड़ाई बताकर हवा दी। दोनों ने एक-एक गुट को बढ़ावा दिया और चिंगारी भड़का दी। पुलिस इन दोनों को भी पाबंद करने की तैयारी में है। थाना क्षेत्र के एक गांव में युवती को ले जाने की रंजिश में सोमवार रात दो समुदाय के लोगों में गोलियां तड़तड़ाईं। ईद के दिन छींटाकशी के बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। संघर्ष में युवती के पक्ष के चार लोग घायल हुए हैं। दूसरे पक्ष से एक युवक जख्मी हुआ है। वारदात के बाद युवती पक्ष के लोगों ने पीलीभीत रोड पर जाम लगाने की कोशिश की। भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचने से स्थिति संभल गई। युवती पक्ष ने फायरिंग का आरोप लगाते हुए मौके से मिले खोखे भी पुलिस को दिए, लेकिन मेडिकल जांच में किसी को गोली लगने की पुष्टि नहीं हुई।

गांव में प्रधानी की रंजिश अरसे से चल रही है। प्रधान व पूर्व प्रधान के समर्थकों के बीच अक्सर लड़ाई-झगड़े होते हैं। गांव में अल्पसंख्यक समुदाय की आबादी ज्यादा होने के बावजूद मौजूदा प्रधान बहुसंख्यक समाज से है। पूर्व प्रधान भी मौजूदा प्रधान की बिरादरी से ही है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि मौजूदा प्रधान ने अल्पसंख्यक तबके के बड़े वर्ग को साधकर जीत हासिल की थी। वह उस वर्ग से हमदर्दी जताकर अपनी कुर्सी बरकरार रखना चाहता है, जबकि पूर्व प्रधान अपने ही समुदाय में ज्यादा पकड़ रखता है। दोनों की रंजिश में तड़का तब लगा जब सितंबर 2024 में बहुसंख्यक वर्ग का युवक अल्पसंख्यक वर्ग की युवती को ले गया था। इसके बाद दोनों ओर से गुटबाजी चरम पर आ गई। युवती के घर लौटने के बाद भी वे एक-दूसरे पर छींटाकशी और मौका पाकर घेराबंदी करते रहते थे। सोमवार की घटना इसी का नतीजा रही। इस झगड़े को लेकर दोनों पक्षों के अलग-अलग दावे हैं। हालांकि, एसपी सिटी मानुष पारीक के बयान से यह साफ हो गया है कि पुलिस ने विवाद बढ़ाने में प्रधान व पूर्व प्रधान की भूमिका मानी है। भविष्य में झगड़े की गुंजाइश खत्म करने के लिए ठोस कार्रवाई की बात कही है।

दूसरा पक्ष बोला- हमें फंसाने के लिए बनाई कहानी
घटना के बाद युवक पक्ष के कई लोग घर से भाग गए। युवक का चाचा घायल अवस्था में किसी तरह थाने पहुंचा और बताया कि त्योहार के बहाने एकजुट हुए लोगों ने उन पर हमला कर दिया। रास्ते में घेरा तो दोनों ओर से लाठी-डंडे चले। इसमें वह भी घायल हुए हैं और तहरीर देंगे। बताया कि किसी ने फायरिंग नहीं की। लड़की पक्ष के लोगों ने खोखे कहीं से लाकर मौके पर डाले हैं। कायदे में तो हमला उन लोगों पर हुआ है। वह तहरीर देकर रिपोर्ट कराएंगे।

युवती पक्ष का आरोप रविवार को भी दूसरे पक्ष ने की थी फायरिंग
जिला अस्पताल में भर्ती युवती पक्ष के घायलों ने बताया कि उनके पिता पर फायरिंग भी की गई है। युवती के लौटने के बाद से उनको लगातार परेशान किया जा रहा है। रविवार को भी दूसरे पक्ष ने उनके घर पर चढ़ाई की कोशिश की थी। उनके घर पर पीछे की ओर से फायरिंग की गई थी। सूचना पर पुलिस आई, लेकिन दूसरे पक्ष पर बिना कार्रवाई किए चली गई। पुलिस की शह पर ही दूसरे पक्ष का हौसला बढ़ा हुआ था। इसी वजह से त्योहार के दिन भी उनके घर पर धावा बोल दिया। चौकी प्रभारी को खोखे सौंपे हैं। कई लोगों ने भागकर जान बचाई, वरना लाशें बिछ जातीं। हमें पुलिस प्रशासन से न्याय की उम्मीद है।

दोषियों पर करें कार्रवाई
दरगाह आला हजरत से जुड़े संगठन टीटीएस के परवेज नूरी ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल लिया और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
M: 9997411800, 9719616444

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