कैफे की आड़ में चल रहा था हुक्का बार, बरामद हुआ आपत्तिजनक सामान
बरेली के प्रेमनगर क्षेत्र के डीडीपुरम में एसपी सिटी की टीम ने जिस हुक्का बार को दबिश मारकर सील किया, उसका शुभारंभ वेलेंटाइन डे से दो दिन पहले एक मंत्री के भाई ने फीता और केक काटकर किया था। यही वजह थी जो स्थानीय पुलिस इधर झांकती भी नहीं थी। अब कार्रवाई के बाद मामला सुलटाने की जुगाड़ की जा रही है। कार्रवाई के दौरान सामने आया कि इनमें से एक कैफे की आड़ में हुक्का बार चल रहा था। कैफे में आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुआ था। पुलिस की संयुक्त टीम ने चर्चित मनी सक्सेना के वी लव कैफे पर भी कार्रवाई की थी।

मनी सक्सेना अपने पति मनमोहन और उसकी कंपनी में काम करने वाली युवतियों को अपनी मां की हत्या के आरोप में जेल भिजवा चुकी है। मनी सक्सेना और उसकी सहेली आरती तिवारी दोनों ही हुक्का बार चला रही थीं। मनी सक्सेना ने 2023 में वी लव कैफे खोला था। 12 फरवरी को इसका शुभारंभ सत्ताधारी मंत्री के भाई ने किया था। मनी सक्सेना ने कैफे के शुभारंभ का वीडियो भी सबको दिखाया था जिससे उसके रसूख पर सबको भरोसा रहे और कैफे पर ग्राहक बिना डरे आते रहें। वहीं आरती तिवारी भी राजनीतिक दलों से जुड़ी हुई है। उसके कैफे में भी राजनीति से जुड़े लोगों का आना-जाना था। अब दोनों से सभी करीबियों ने पल्ला झाड़ लिया है। आरती जिस संगठनों से जुड़ी थी उप संगठनों ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। वहीं एसपी सिटी की कार्रवाई के बाद स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
लड़कियों को कमीशन पर रखते हैं हुक्का बार वाले
डीडीपुरम में हुक्का बार से लाखों रुपये की कमाई होती है। हुक्का बार मालिकों ने कैफे का लाइसेंस लेकर उसकी आड़ में दूसरे धंधे शुरू कर दिए हैं। हुक्का बार मालिकों ने ग्राहकों को फंसाने के लिए ऐसी लड़कियों को कमीशन पर रखा हुआ था जो यहां बैठकर हुक्का गुड़गुड़ाती हैं। हुक्का बार वाले युवकों को खुद फोन पर बताते हैं कि आज कैफे पर काफी लड़कियां हैं। इस वजह से रईस परिवारों के युवा कैफे पर आते हैं। रूचि नाम की लड़की को प्रेमनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। रूचि एक अन्य नाम से भी मशहूर है। वह डीडीपुरम के कई कैफे में दिखाई देती थी। उसको कैफे वाले कमीशन भी देते थे। दूसरे कैफे में उसके हुक्का पीते हुए वीडियो भी वायरल हो रहे हैं।

अंधेरे में होता है कपल केबिन का इंतजाम
शहर के अधिकतर कैफे में अंधेरा कर कपल केबिन की सुविधा दी जाती है। अंधेरा होने के कारण कैफे में वीडियो भी मुश्किल से बन पाता है। अंधेरे में कपल केबिन की सुविधा लेने वाले लोग यहां अनैतिक काम करते हैं। इसकी मुंहमांगी कीमत दी जाती है। कैफे वाले दबी जुबान बताते हैं कि चाय काफी बेचने में कुछ नहीं मिलता, इसलिए हुक्का, कपल केबिन और शराब की सुविधा देकर कमाई करते हैं।
पुलिस की कार्रवाई से बचे कई नामी कैफे
पुलिस ने वी लव कैफे, डेडली कैफे, फुटपाथ कैफे, डाउन टाउन कैफे, वक्फ कैफे, बूमरंग कैफे पर छापेमारी की थी। जबकि डीडीपुरम क्षेत्र में ही कई अन्य कैफे भी संचालित होते हैं जिनमें बड़ी मात्रा में हुक्का और शराब परोसी जाती है। पुलिस वहां तक नहीं पहुंच पाई। एक कैफे के बाहर 2023 में युवती को गोली मारी गई थी। सबसे अधिक इसी कैफे में हुक्का और शराब परोसी जाती है। हुक्का बार मालिक पुलिस को रुपये देने की बात अपने ग्राहकों से कहता है। इस कैफे पर पुलिस ने छापा नहीं मारा। वहीं डीडीपुरम स्थित एक कैफे युवती ने दुष्कर्म का आरोप लगाकर समझौते में लड़के से लिया था। इस कैफे पर भी पुलिस नहीं पहुंच सकी।

शिकायत के आधार पर सूचना की पुष्टि करके संबंधित होटलों व कैफे पर छापा मारा गया था। इस तरह के अवैध कार्य में लिप्त लोगों पर कार्रवाई जारी रहेगी। अन्य स्थानों पर अवैध तरीके से हुक्का बार संचालन की शिकायत मिली तो वहां भी कार्रवाई की जाएगी। – मानुष पारीक, एसपी सिटी