तेज रफ्तार हवाओं ने बढ़ाई किसानों की चिंता, नुकसान का आंकलन जारी
प्रदेश में बदले हुए मौसम के बीच शनिवार को 30 से ज्यादा जिलों में तेज हवा संग बूंदाबांदी हुई। इस बेमौसम आंधी-बारिश से खेत में खड़ी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा। तेज रफ्तार हवाओं से आम की बौर को भी क्षति पहुंची है। मुरादाबाद में तो झोंकेदार हवाओं की रफ्तार 75 किलोमीटर प्रति घंटे तक चली गई वहीं राजधानी लखनऊ में तड़के सुबह 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चली। विक्षोभ के सक्रिय होने से पश्चिम से शुरू हुई बारिश का असर शनिवार को प्रदेश के पूर्वांचल में भी दिखाई दिया और बस्ती,अयोध्या, बलरामपुर, बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी आदि में बूंदाबांदी देखने को मिली।

मौसम विभाग की ओर से रविवार के लिए आजगमढ़, मऊ, बलिया, गोंडा, अयोध्या, रामपुर, बरेली, पीलीभीत समेत पूर्वी और तराई इलाकों के 25 जिलों में वज्रपात और 30 से 40 किमी की रफ्तार से धूल भरी आंधी की चेतावनी जारी की गई है। वहीं शनिवार से रविवार के बीच बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर में गरज-चमक संग वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को मेरठ में सर्वाधिक 62 मिमी तो वहीं सीतापुर में 30 मिमी बारिश दर्ज की गई। आगरा, बुंदेलखंड, विंध्य क्षेत्र में बारिश का असर कम रहा। सोमवार से प्रदेश में मौसम साफ होगा और पारा चढ़ने से गर्मी दोबारा सिर उठाएगी।

सीतापुर में दो लोगों की मौत
जिले में शुक्रवार रात आंधी-पानी ने भारी तबाही मचाई। कई विशालकाय पेड़ धराशायी हो गए। कई इलाकों में दीवारें व छप्पर भरभराकर ढह गए। घरों व दुकानों के टीनशेड उड़कर दूर जा गिरे। अलग-अलग जगहों पर हुए हादसों में महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई जबकि आठ लोग घायल हो गए। घायलों में एक ही परिवार के सात लोग शामिल हैं। आंधी-पानी से गेहूं, सब्जी व आम की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। मिश्रिख इलाके में ढेडुवापुर मजरा माड़र निवासी पलटू के घर की पक्की दीवार आंधी-पानी के बीच भरभराकर ढह गई। दीवार के सहारे रखे छप्पर के नीचे सो रहीं पलटू की बेटी रिंकी (34) मलबे में दब गईं। परिजनों ने मलबा हटाकर जब तक उन्हें बाहर निकाला, मौत हो चुकी थी।

पति से अनबन के बाद रिंकी मायके में ही रहती थीं। उनके चार बच्चे हैं। इंस्पेक्टर अपराध अखिलेश यादव ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अटरिया इलाके में रमपुरवा मजरा नीलगांव निवासी श्याम लाल (62) शुक्रवार की रात अपने घर के अंदर छप्पर के नीचे चारपाई पर लेटे थे। आंधी-पानी में छप्पर उनके ऊपर गिर गया जिसके नीचे दबकर श्याम लाल गंभीर रूप घायल हो गए। चीख-पुकार सुनकर परिजनों ने आननफानन छप्पर हटाकर उन्हें बाहर निकाला और एक निजी अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अटरिया थाना प्रभारी रोहित दुबे ने बताया कि प्रार्थनापत्र मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
सिधौली इलाके के सीरगंज निवासी रामदयाल अपने परिवार समेत घर में सो रहे थे। आंधी में आम का एक विशालकाय पेड़ उनके घर के ऊपर गिर गया। हादसे में रामदयाल (50), उनकी पत्नी कमला (48), बेटा अंशू (12), अनिल (30) और पोता अंशू (05) व तीन माह और दो माह की पोती घायल हो गई। सभी घायलों को सीएचसी सिधौली से इलाज के बाद घर भेज दिया गया।