संभल और नखासा थाने में जामा मस्जिद बवाल को लेकर 12 मुकदमे दर्ज, 10 में चार्जशीट दाखिल
संभल की जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुए बवाल में दो मुकदमों में पुलिस जल्द कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी। दोनों मुकदमों की विवेचना लगभग पूरी हो चुकी है। इनमें से एक मुकदमे में सपा सांसद सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल नामजद आरोपी हैं। बवाल को लेकर संभल और नखासा थाने में 12 मुकदमे दर्ज किए गए थे। जिसमें से 10 में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जा चुकी है। इसी एफआईआर में जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली एडवोकेट को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस छानबीन में उनकी भूमिका भी बवाल में शामिल पाई गई थी। इसके चलते उन्हें 23 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया था। उसके बाद से वह जेल में बंद हैं। 24 नवंबर को जामा मस्जिद के नजदीक से बवाल शुरू हुआ था। इसके बाद नखासा तिराहा और हिंदूपुरा खेड़ा में बवाल हुआ था। गोली चलने के साथ ही आगजनी और पत्थरबाजी हुई थी।

तोड़फोड़ की गई थी। पांच लोगों की मौत हो गई थी। जिसमें चार मामले अज्ञात के खिलाफ दर्ज हुए थे। हत्या के मामले में पुलिस शारिक साठा गिरोह के मुल्ला अफरोज, गुलाम और वारिस को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। शारिक साठा भी आरोपी बनाया गया है। इन आरोपियों के खिलाफ भी चारों हत्याओं की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो गई है। इसके अलावा बवाल और तोड़फोड़ व पुलिस से लूट के मामले समेत 10 एफआईआर में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जा चुकी हैं। अब दो मामले की विवेचना चल रही थी। वह भी लगभग पूरी हो गई है।

बवाल की साजिश शारिक साटा ने की थी
दीपा सराय निवासी शारिक साटा देश का बड़ा वाहन चोर है। दिल्ली पुलिस के अनुसार वह दाऊद इब्राहिम की डी गैंग और पाकिस्तान की खुफिया इकाई आईएसआई के संपर्क में भी रहता है। नकली नोट के मामले में भी आरोपी बनाया गया था। संभल बवाल की साजिश भी शारिक साठा ने दुबई में रहते हुए तैयार की। गुर्गों को हथियार मुहैया कराए और विदेशी कारतूस भेजे। एसपी का कहना है कि शारिक साठा की संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई चल रही है। न्यायालय से भगोड़ा घोषित कराए जाने की प्रक्रिया भी शुरू करा दी गई है।

सांसद पर है भड़काऊ भाषण देने का आरोप
जामा मस्जिद के नजदीक हुए बवाल में एक मुकदमा अपराध संख्या 335/24 में दर्ज किया गया था। इस मुकदमे में सांसद पर भड़काऊ भाषण देने और विधायक के बेटे पर भीड़ को भड़काने का आरोप है। इस मुकदमे में कई सौ अज्ञात आरोपी बनाए गए थे। हालांकि इसमें एक ही गिरफ्तारी अभी तक हुई है। अन्य आरोपियों की छानबीन की जा रही है।
74 उपद्रवियों का सुराग नहीं लगा
बवाल में 74 उपद्रवी ऐसे चिन्हित किए गए थे जिनके फोटो और वीडियो सामने आ गए थे। पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर इन पोस्टर को चस्पा किया और इनाम दिए जाने की भी घोषणा की थी लेकिन पोस्टर में दिखने वाले किसी भी आरोपी का सुराग नहीं लगा है। पुलिस अभी भी इन आरोपियों की तलाश में लगी है। सूचना देने वाले व्यक्ति को इनाम भी दिए जाने की घोषणा है। साथ ही पहचान गोपनीय रखने की भी बात पुलिस द्वारा इन पोस्टर में लिखी गई थी।