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महमूदपुर के अपंजीकृत अस्पताल में आप्रेशन के दौरान नवजात शिशु की मौत

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Chiraq Nursing Home में झोलाछाप डॉक्टर ने किया आरती का आप्रेशन

मुरादाबाद Moradabad। स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से नगर पंचायत mehmood pur माफी में दर्जनों अपंजीकृत अस्पताल और clinic कुकुरमुत्तों की तरह खुलें है जहां आए दिन मरीजों की जान जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आते हैं और सुविधा शुल्क लेकर चलें जाते हैं। ऐसा ही एक मामला फिर महमूदपुर माफी के चिराग नर्सिंग का सामने आया है जो अपंजीकृत है।

इस बिल्डिंग में खुला है चिराग नर्सिंग होम

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक (Moradabad -sambhal) संभल रोड़ स्थित पेट्रोल पम्प के पास महमूदपुर माफी में डा. अंकित का अपंजीकृत अस्पताल संचालित है। जिसका नाम chiraq Nursing Home बताया जा रहा है। हमेशा चर्चित रहने वाला ये नर्सिंग होम असल में बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित है। झोलाछाप डॉक्टर संचालक है और उसकी पत्नी मरीजों की जान से खुलेआम खिलवाड़ कर रही है।

इस बार उसने संभल के शाहपुर (shapur ) चमरान की रहने वाली आरती का अपने अस्पताल में झोलाछाप डॉक्टर से आप्रेशन (opretion) करवाया। आप्रेशन के बाद आरती ने एक बच्ची को जन्म दिया। जन्म देते ही जच्चा-बच्चा की जान पर बन आई। आनन फानन में संचालक अंकित ने बच्ची को महमूदपुर के एक अपंजीकृत अस्पताल में भर्ती कराया। इस अस्पताल का भी रजिस्ट्रेशन नहीं था। थोड़ी देर के बाद बच्ची ने दम तोड़ दिया।

परिजनों का आरोप है कि जब नर्सिंग होम में सभी सुविधाएं नहीं थी तो बच्ची को क्यों मरने के लिए भर्ती कराया। इस बात को लेकर काफी देर तक हंगामा हुआ और फिर बाद में समझौता हो गया। फिलहाल जच्चा अभी भी चिराग नर्सिंग होम में भर्ती हैं और सुरक्षित है।

आपको बताते चलें कि चिराग नर्सिंग होम अब दूसरी जगह जेसीबी वर्कशाप वाली बिल्डिंग में शिफ्ट हो गया है। पूर्व में इस अपंजीकृत नर्सिंग होम को स्वास्थ्य विभाग के तत्कालीन नोडल अधिकारी ने सील किया था। कागजों में आज भी सील है ये नर्सिंग होम। बस सांठगांठ करके ताला तोड़कर अवैध रुप से चलाया जा रहा है।

ये बोले सीएमओ डा. कुलदीप चौधरी

Chief Medical officer का कहना है कि लगातार अभियान चलाकर अपंजीकृत अस्पताल और क्लीनिकों को सील के बाद संचालक पर मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। मेरे संज्ञान में ये घटना नहीं है। मैं शिकायत मिलने पर अवश्य कार्यवाही के लिए टीम भेजूंगा। जिस अस्पताल में बच्ची की मौत की सूचना है उसकी भी जांच कराई जाएगी।

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
M: 9997411800, 9719616444

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