
Moradabad। रामपुर दोराहा स्थित मुरादाबाद मेडिकल सेंटर पर शिशु के अदला-बदली करने का आरोप लगाया गया है। जिसको लेकर दो दिन से हंगामा और समझौते के प्रयास जारी हैं। शिकायत मिलने पर CMO Doctor Kuldeep Choudhary हरकत में आ गए और नोडल अधिकारी Doctor Sanjeev Belwal को जांच करने भेजा।

जांच के बाद नोडल अधिकारी द्वारा मुरादाबाद मेडिकल सेंटर पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई लेकिन Chand Care Centre को सील कर दिया। नोडल अधिकारी ने बताया कि इस अस्पताल का रजिस्ट्रेशन कार्यालय में नहीं है। बिना रजिस्ट्रेशन के आप्रेशन करना गैर-कानूनी है इसलिए सीलबंद कर दिया गया है।

पिछले दो दिनों से रामपुर दोराहा पर भीड़ एकत्रित देखी गई। मामला थाना कटघर क्षेत्र निकट एकता बिहार कालोनी में संचालित दो अस्पतालों से सीधा जुड़ा है। मीडिया से बातचीत करते हुए नवजात शिशु की दादी ने बताया कि मेरे पुत्र आस मोहम्मद ने अपनी गर्भवर्ती पत्नी को रामपुर दोराहा स्थित Chand Health care में भर्ती कराया था।
फाइल फोटो

महिला के आप्रेशन होने के बाद चांद हाॅस्पिटल के संचालक शाकिर ने बताया कि बच्चा कमजोर है इसलिए इस बच्चे को दूसरे हाॅस्पिटल में भर्ती करना पड़ेगा।

परिजनों ने बताया कि हमने बच्चे को नजदीक के मुरादाबाद मेडिकल सेंटर में भर्ती करा दिया। उसके बाद जब अस्पताल ने हमें बच्चा वापस दिया तो वह लड़का नहीं लड़की थी। नवजात बच्चे के परिजनों ने कहा है कि हमने लड़का भर्ती कराया था लेकिन हमारे साथ धोखाधड़ी कर लड़की दे दी गई जो हमारी नहीं है हमे अपना ही बच्चा चाहिए।
इस मामले को लेकर नवजात बच्चे के परिवार वालो ने मुरादाबाद मेडिकल सेंटर हाॅस्पिटल और चांद हाॅस्पिटल पर हंगामा खड़ा कर दिया। परिजनों की माने तो बच्चा बदले जाने के मामले में दोनों ही हाॅस्पिटलों की मिलीभगत बताई जा रहीं हैं। हालांकि अभी इस मामले में बच्चे के परिजनों ने थाने में कोई प्रार्थना पत्र नहीं दिया है लेकिन सीएमओ दफ्तर में पहुंचाकर शिकायत जरुर की है। दोनों पक्षों में समझौत कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि इस मामले में राजनीति जन्म ले चुकी है।
उधर मुरादाबाद मेडिकल सेंटर के संचालक का कहना है कि शिशु के परिवार वालों का आरोप निराधार है अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं परिजन चाहें तो इसकी जांच करा सकते हैं वहीं चांद हेल्थ केयर सेंटर के संचालक का कहना है कि मैंने बच्चा सही सलामत नजदीक अस्पताल में भर्ती कराया था रेफर करते समय लड़की ही थी। जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित है। बस मेरा रजिस्ट्रेशन नहीं था लेकिन आनलाइन आवेदन कर दिया है। इसके बावजूद डा. संजीव बेलवाल ने मेरा अस्पताल सील कर दिया।