
एसीएमओ डा. नरेंद्र सिंह ने पिछले दिनों की थी कार्यवाही
सील तोड़कर फिर अपंजीकृत अस्पताल में ओटी हुई शुरू
मुरादाबाद (डेस्क)। धामपुर रोड़ स्थित कांठ के कासमपुर में एस के हाॅस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहा है। खास बात ये है कि इस अस्पताल में पिछले दिनों नोडल अधिकारी डा. नरेंद्र सिंह ने छापेमारी कर ओटी सील की थी। दो दिन के बाद ओटी की सील तोड़कर फिर से इस अपंजीकृत अस्पताल में सिजेरियन, डिलीवरी और विभिन्न बीमारियों के इलाज का खेल शुरू हो गया है।
झोलाछाप डॉक्टर इस अपंजीकृत अस्पताल के संचालक है और मरीजों को भ्रमित करने के लिए प्रशिक्षित डाक्टरों के नाम और डिग्री इस्तेमाल कर रहे हैं। बड़ी बात यह है कि जब एसीएमओ ने ओटी सील की थी तो अस्पताल पर ताला क्यों नहीं लगाया? क्या सुविधा शुल्क लेकर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करने की खुली छूट देना उचित है? क्या मरीजों की मौत से स्वास्थ्य विभाग को कोई सरोकार नहीं है?
जबकि इस फर्जी अस्पताल में महिलाओं की सभी बीमारियों का इलाज, बांझपन, बच्चे न होने,बार बार मिस कैंरिज होना का दावा किया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी बताती है कि इस अस्पताल के संचालक डा. एम एस रजा और डा. कादिर इलेक्ट्रोपैथी के फर्जी डिप्लोमा धारक हैं। डा.एम एस हाशमी एक यूनानी डाक्टर है। यूनानी डाक्टर होने के बावजूद यहां ऐलोपैथिक पद्धति में मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
ये बोले संचालक
सीएमओ कार्यालय में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आवेदन कर दिया गया है एसीएमओ निरीक्षण करने आए थे और सबकुछ ठीक देखकर चले गए। उम्मीद है जल्द रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। ओटी अभी शुरू नहीं की है। लेकिन महिलाओं का उपचार महिला चिकित्सका के द्वारा किया जा रहा है। मैं सिर्फ अपनी पद्धति में मरीजों को देखता हूं।
डा. एम एस हाशमी (संचालक)
ये बोले अधिकारी
मैंने सिर्फ ओटी सील की थी और कागज दिखाने के लिए दो दिन का समय दिया था। जांच में पता चला है कि कार्यालय में ये हाॅस्पिटल अपंजीकृत है। जल्द ही फिर से ठोस कार्यवाही की जाएगी।
डा. नरेंद्र सिंह (एसीएमओ)