डॉक्टर के मुताबिक जहरीली गैस से हुए बेहोश
तीनों को जिला अस्पताल से कानपुर हैलट किया गया रेफर
उन्नाव (डेस्क)। शहर के शिवनगर मोहल्ला स्थित सीवर लाइन के मेन होल की सफाई करने के दौरान तीन श्रमिक उसी में चले गए। जहरीली गैस होने से तीनों उसी में बेहोश हो गए। सूचना पर पहुंचे अन्य लोगों ने आनन फानन तीनों को जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया। मौके पर सीएमओ, सिटी मजिस्ट्रेट, ईओ और सफाई इंस्पेक्टर पहुंचे।

इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर ने तीनों की हालत गंभीर देख कानपुर हैलट रेफर कर दिया है। सफाई कर्मियों के साथ कोई भी अधिकारी कानपुर न जाने से नाराज परिजनों ने हंगामा भी किया।
मौके पर पहुंचे नर सेवा नारायण सेवा के संस्थापक,हिंदू जागरण मंच के विमल द्विवेदी ने सिटी मजिस्ट्रेट से वार्ता कर आनन फानन ईओ को तत्काल कानपुर पहुंचने के निर्देश दिलवाए। तब मामला शांत हुआ।

शहर के छोटा चौराहा निवासी सरकारी सफाई कर्मचारी जितेंद्र कुमार (40), कृष्णा नगर मोहल्ला निवासी रामआसरे (48) और इसी मोहल्ले के ठेकेदारी प्रथा में काम कर रहे पप्पू (35) सोमवार सुबह करीब 11 बजे शिवनगर मोहल्ला स्थित एक निजी स्कूल के सामने सीवर लाइन के बने टैंक की सफाई करने गए थे।
बिना सुरक्षा किट पहने सफाई कर्मियों में पहले जितेंद्र उतरा। वह अंदर जाते ही बेहोश हो गया। उसके बाद रामआसरे और फिर पप्पू बारी बारी से उतरे और अंदर ही बेहोश हो गए। मोहल्ले वासियों की सूचना पर नगर पालिका से अन्य सफाई कर्मी पहुंचे और तीनों को जैसे-जैसे बाहर निकालकर एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया।
इमरजेंसी वार्ड में सीएमओ डॉक्टर सत्यप्रकाश, डॉ बृजकुमार और डॉक्टर शोभित अग्निहोत्री ने तीनों का हाल जाना और हालत गंभीर देख कानपुर हेलट रेफर कर दिया। साथी कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि ईओ और सफाई इंस्पेक्टर ने बिना किसी लिखापढ़ी के टैंक सफाई करने के लिए भेजा था।

उनके यहां भी आरोप था कि जिस सीवर टैंक की सफाई कराई जा रही थी वह नगर पालिका को हैंडओवर भी नहीं है। घटना के समय सीवर ट्रीटमेंट प्लांट भी बंद था इससे गैस और बन गई। सफाई कर्मियों के मुताबिक शिव टैंक में उतरने से पहले उन्हें माक्स दस्ताने ऑक्सीजन पट्टा और जूता दिया जाने चाहिए था वह भी नहीं दिया गया।
घटना की सूचना पर नर सेवा नारायण सेवा के संस्थापक हिंदू जागरण मंत्री के विमल द्विवेदी जिला अस्पताल पहुंचे। सफाई कर्मचारियों के साथ किसी भी अधिकारी के न जाने की सूचना पर उन्होंने मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट से बात की। आनन फानन ईओ के कानपुर भेजने के लिए कहा।
सिटी मजिस्ट्रेट ईओ को फोन कर पहुंचने के निर्देश दिए हैं।
सीएमओ डॉक्टर सत्यप्रकाश ने बताया कि जहरीली गैस से बेहोश हुए श्रमिकों में जितेंद्र की हालत गंभीर है। अन्य दो की सामान्य है।