सरकार की कहानी
मुरादाबाद (डेस्क)। बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में रियल टाइम उपस्थिति जल्द शुरू होगी। इसके लिए स्कूलों की मैपिंग का काम तेजी से चल रहा है। इसके बाद स्कूलों के रजिस्टर डिजिटल हो जाएंगे। ऐसे में अब शिक्षामित्र और अनुदेशकों को भी टैबलेट दिए जाएंगे।
जिससे विभाग की ओर से हर विद्यालय के प्रधानाचार्य व शिक्षक की मैपिंग हो सकेगी। शिक्षा विभाग की ओर से हर विद्यालय को दो टैबलेट दिए गए थे। लेकिन, कुछ विद्यालयों में एकल शिक्षक प्रधानाध्यापक होने के कारण टैबलेट वितरण में दिक्कतें आईं।
अब उनका प्रयोग नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण मैपिंग भी नहीं हो पा रही है। ऐसी स्थिति में महानिदेशक शिक्षा ने बीएसए को आदेश दिए हैं कि एकल विद्यालय में प्रधानाध्यापक के साथ तैनात शिक्षामित्र और अनुदेशकों को भी टैबलेट दिए जाएं। जिससे टैबलेट के माध्यम से छात्रों की उपस्थिति, एमडीएम आदि सभी 12 रजिस्टरों को डिजिटल करने की प्रक्रिया तेजी से की जा सके।
इसके अलावा महानिदेशक ने आदेश में कहा है कि शत प्रतिशत टैबलेट वितरण व मैपिंग कर इसकी सूचना पोर्टल पर अपलोड की जाए। बीएसए अजीत कुमार ने बताया कि विद्यालयों में केवल प्रधानाध्यापक अथवा एकल सहायक अध्यापक कार्यरत होने के चलते शिक्षामित्रों को टैबलेट दिए जाने हैं। इसके निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
आश्रम पद्धति के छात्रों का होगा यूनिट टेस्ट
आश्रम पद्धति विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के लिए पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों को उसी के अनुरूप पढ़ाया जाएगा। साथ ही, कान्वेंट स्कूल की तर्ज पर उनका यूनिट टेस्ट लिया जाएगा। यूनिट टेस्ट में कमजोर प्रदर्शन करने वाले छात्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इसके लिए पाठ्यक्रम तैयार करवाया जा रहा है। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पाठ्यक्रम के अनुसार ही अब उनको पढ़ाया जाएगा। छात्र और मेधावी बन सकें और बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर परिणाम दे सकें। नए शैक्षणिक सत्र से पाठ्यक्रम लागू कर दिया जाएगा।