ग़ालिब हुसैन
मुरादाबाद डेस्क। मंडल में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत वर्ष में कई बार गर्भवती महिलाओं का विशेष पंजीकरण अभियान चलाया गया। बावजूद इसके लक्ष्य के सापेक्ष पंजीकरण नहीं हो पाया। जबकि दिसंबर में भी तीन बार अभियान चला। मंडल में सबसे कम पंजीकरण संभल जिले में हुए।
प्रधानमंत्री मातृ योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार ने पहली बार गर्भवती होने पर महिला के बैंक खाते में पोषण के लिए रुपये भेजती है। इस योजना में सभी आय वर्ग की गर्भवती महिलाओं को पात्र बनाया जाता है।
जिससे गर्भवती महिलाएं बेहतर खानपान विशेष ध्यान दे सकें ताकि जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ रहें। लेकिन स्वास्थ्य कर्मचारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे। गर्भवती महिलाओं का मुरादाबाद मंडल का लक्ष्य 78,933 है। जिसके सापेक्ष दिसंबर तक 59,200 पंजीकरण हुए। मंडल के किसी जिले में लक्ष्य के सापेक्ष पंजीकरण पूरा नहीं हो पाया।
ऐसे मिलते हैं खाते में रुपये
केंद्र सरकार के महिला व बाल विकास मंत्रालय की ओर से अक्टूबर 2017 को जारी निर्देश के अनुसार प्रथम किस्त के लिए गर्भवती महिला को किसी भी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में 150 दिनों में पंजीकरण कराना होता है। जिसपर 1000 रुपये खाते में भेजे जाते हैं।
दूसरी किस्त के लिए गर्भावस्था से 180 दिन बाद कागज जमा करने पर 2000 रुपये का भुगतान होता है। तीसरी किस्त के लिए शिशु के जन्म के पंजीकरण, शिशु का बीसीजी,ओपीवी, डीपीटी व हेपेटाइटिस बी टीकाकरण होने के बाद कागज जमा करने पर 2000 रुपये का भुगतान मिलता है।
अब नई व्यवस्था के तहत प्रथम किस्त गर्भावस्था के बाद और प्रसव पूर्व पंजीकरण पर एलएमपी तिथि से छह महीने के भीतर चेकअप पर 3000 का भुगतान दिया जाता है। दूसरी किस्त के लिए बच्चे के जन्म के प्रमाण पत्र, बच्चे को बीसीजी, ओपीवी, डीपीटी हेपेटाइटिस बी के टीकाकरण पर 2000 रुपये मिलते है। नई व्यवस्था के तहत अब दूसरी बालिका के जन्म पर भी 6000 रुपये दिए जाते हैं।
ये बोले अधिकारी
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं का विशेष पंजीकरण अभियान चलाया जाता है। लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश जनपद के संबंधित कर्मचारियों को दिया गया है।
–डॉ. दिनेश कुमार, अपर निदेशक