रामपुर डेस्क। उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट ‘हॉट’ सीट मानी जाती है. यहां एक समय आजम खान और उनके परिवार का कब्जा रहा है। इसी वजह से ये सीट मैनपुरी की तरह सपा का गढ़ भी कहलाई जाती थी। मगर अब इस सीट को लेकर सपा में ऐसा हंगामा हुआ है, जिसको देखकर हर कोई हैरान है।
कहा जाता था कि रामपुर लोकसभा और विधानसभा के टिकट आजम परिवार ही फाइनल करता था। मगर अब जब आजम खान और उनके परिवार के सदस्य जेल में हैं, तो इस सीट पर सपा के टिकट फाइनल करने में भारी हंगामा मच गया है।
आलम ये है कि रामपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी से ही 2-2 नेताओं ने अपना पर्चा भर दिया है। दोनों का कहना है कि वह ही रामपुर से सपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। बता दें कि जिन दो नेताओं ने रामपुर से पर्चा भरा है, उनमें से एक सपा मुखिया अखिलेश यादव का प्रत्याशी बताया जा रहा है, तो दूसरा आजम खान का प्रत्याशी बताया जा रहा है।
अखिलेश यादव और आजम खान आए आमने-सामने
लोकसभा सीट रामपुर का चुनाव प्रथम चरण में होना है। 27 मार्च नामांकन की आखिरी तारीख हैं। नामांकन के आखिरी दिन भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी घनश्याम सिंह लोधी ने नामांकन दाखिल कर दिया है। दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर जीशान खान ने भी अपना पर्चा दाखिल कर दिया है।
मगर जो रामपुर सीट कभी सपा का गढ़ कही जाती थी, उस पार्टी की तरफ से 2-2 नेताओं ने ही अपना-अपना पर्चा दाखिल किया है। यहीं हाल मुरादाबाद में देखने को मिला है। यहां आज़म की करीबी नेता रुची वीरा और अखिलेश यादव के सांसद डा. एसटी हसन ने अपना नामांकन करा दिया है। ऐसे में सपा का असली उम्मीदवार रामपुर और मुरादाबाद से से कौन है? इसका जवाब नहीं मिल पा रहा है।
मगर जिन इमाम मोहिबुल्लाह नदवी ने पर्चा भरा है, उनका दावा है कि अखिलेश यादव के कहने पर ही उन्होंने अपना पर्चा दाखिल किया है।