सुपुर्द-ए-खाक हो गया मुख्तार अंसारी, जनाजे में शामिल हुए हजारों लोग

13 mins read

(गाजीपुर डेस्क)। मुख्तार का शव गाजीपुर जिले के मुहम्मदाबाद स्थित उसके पैतृक निवास पर पहुंच गया था। 4:43 बजे शव का काफिला बांदा से निकला जो 1:15 बजे गाजीपुर के मुहम्मदाबाद में मुख्तार के आवास पर पहुंचा।

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को करनी पड़ी कड़ी मशक्कत

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल मशक्कत कर रही है, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हैं। परिवार वालों के समझाने पर भी लोगों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।

मुख्तार के परिवार ने की थी अपील

सांसद अफजाल अंसारी और विधायक शोहेल अंसारी भी बार-बार अपील कर चुके हैं। लेकिन कोई जाने को तैयार नहीं है। लोग मुख्तार अंसारी की कब्र पर मिट्टी डालने की बात कह रहे हैं।

समर्थकों ने कब्रिस्तान में प्रवेश करने के लिए बैरिकेडिंग तोड़े

गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के जनाजे के दौरान उस समय अफरा-तफरी मच गई जब उनके समर्थकों ने कब्रिस्तान में प्रवेश करने के लिए बैरिकेडिंग तोड़ दी।

मुख्तार अंसारी को कब्रिस्तान में दफनाया गया

पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी का आज सुपुर्द-ए-खाक किया गया। मुख्तार का शव गाजीपुर जिले के मुहम्मदाबाद स्थित उसके पैतृक निवास पर पहुंच गया था। जनाजे के दौरान हजारों की भीड़ में लोग शामिल हुए। जब जनाजा कब्रिस्तान के अंदर चला गया तो वहां पर पांच हजार से अधिक लोग जनाजे में शामिल थे।

सपा विधायक ने की पुलिस से शांति बनाए रखने की अपील

समाजवादी पार्टी के विधायक और मुख्तार अंसारी के भतीजे मोहम्मद सुहैब अंसारी ने कहा कि सुपुर्द-ए-खाक की तैयारी की जा रही है। सभी को उन्हें देखने का मौका मिलेगा। मैं यहां मौजूद सभी लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे शांति बनाए रखें।

गाजीपुर में मुख्तार के आवास पर बढ़ी सुरक्षा

मोहम्मदाबाद में एसपी ग़ाज़ीपुर ने कहा कि सुपुर्द-ए-खाक आज सुबह 10 बजे रीति-रिवाज के अनुसार किया जाएगा। शव अभी उनके घर पर रखा गया है। पर्याप्त पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात हैं। गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के सुपुर्द-ए-खाक से पहले उनके गाजीपुर स्थित आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई।

कब्रिस्तान के बाहर पुलिस तैनात

उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में उस कब्रिस्तान के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है, जहां दिवंगत गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी को दफनाया जाएगा।

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
M: 9997411800, 9719616444

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Latest from Blog

बिजनौर में झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की जान जाने पर भी खुले रहते हैं झोलाछापों के दरवाजें

स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर लगता है प्रश्न चिन्ह मुस्तकीम राजपूत (संवाददाता) बिजनौर में इन दिनों