नई दिल्ली (डेस्क)। इस समय मौसम ही नहीं लोकसभा चुनावों को लेकर देश की सियासत भी गर्म है। जिसे कांग्रेस के घोषणापत्र ने और भी बढ़ा दिया है। लोकसभा चुनावों के लिए देश की सबसे पुरानी पार्टी ने शुक्रवार को अपना घोषणापत्र जारी कर दिया। इसे ‘न्याय पत्र’ नाम दिया गया है।
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48 पन्ने के इस न्याय पत्र में तमाम वर्गों और क्षेत्रों के लिए न्याय के 10 स्तंभों जोर दिया गया है। वहीं, भाजपा ने इसका विरोध किया है। भारतीय जनता पार्टी ने इस घोषणापत्र की आलोचना करते हुए कहा कि ये झूठ का पुलिंदा है।
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न्याय पत्र की खामियों को उजागर करते हुए भाजपा के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि इसमें न्यूयॉर्क और थाईलैंड की तस्वीरों को शामिल किया गया है। यह दिखाता है कि वे कितने गंभीर हैं। भाजपा नेता ने कहा कि वे अपने चुनावी वादों को तैयार करने में गंभीर नहीं हैं यह सवाल खडे करता है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने अतीत में कथित रूप से अन्याय के बावजूद इसे “न्याय पत्र” नाम दिया था।
इस दौरान उन्होंने भारतीय इतिहास को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान की भी आलोचना की। उन्होंने कांग्रेस के घोषणापत्र और कांग्रेस नेताओं के दावों को झूठ बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने यह कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में आई तब भारत में एक सुई भी नहीं बनती थी।
यह बिल्कुल झूठ है। नेहरू के युग से पहले की ऐतिहासिक उपलब्धियों पर जोर देते हुए भाजपा नेता ने कहा कि 1930 में सीवी रमन को नोबेल पुरस्कार दिया गया था। इतना ही नहीं, भारतीय विज्ञान संस्थान की शुरुआत 1909 में की गई। लेकिन वे इसे नहीं मानेंगे। उनके मुताबिक, भारत में जो भी कुछ हुआ सब नेहरू के सत्ता में आने के बाद हुआ।

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में जल प्रबंधन को लेकर एक तस्वीर है। यह तस्वीर न्यूयॉर्क राज्य में बफेलो नदी की है। अब तक वे यह पता नहीं लगा पाए हैं कि उनके सोशल मीडिया चेयरपर्सन के ट्विटर से कौन ट्वीट कर रहा था। और अब न उन्हें यह पता है कि उनका घोषणापत्र कौन बना रहा है।
इसमें राहुल गांधी के पसंदीदा स्थान थाईलैंड की एक तस्वीर लगाई गई है। भाजपा नेता ने कांग्रेस के घोषणापत्र में विदेशी तस्वीरों के इस्तेमाल पर चिंता जताते हुए कहा कि यह शासन के प्रति कांग्रेस के दृष्टिकोण और वैश्विक मंच पर भारत की छवि के बारे में उनकी समझ पर खराब प्रभाव डालता है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पहले वे विदेशों में जाकर भारत और मोदी सरकार की छवि खराब करते थे, अब अपने लिए विदेशों की तस्वीरें उधार में ले रहे।
कांग्रेस के घोषणापत्र में क्या?
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने शुक्रवार को अपना घोषणा-पत्र जारी कर दिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष पी. चिदंबरम और कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने लोकसभा चुनाव, 2024 के लिए कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी किया।
इस घोषणा पत्र को ‘न्याय पत्र’ नाम दिया गया है। इसमें तमाम वर्गों के लिए न्याय पर जोर दिया गया है जिसमें महिला, युवा, किसान, गरीब आदि शामिल हैं। पार्टी ने घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि देश में बेरोजगारी बड़ी समस्या है और यह सरकार अमीरों के लिए है।
48 पन्ने के न्याय पत्र में तमाम वर्गों और क्षेत्रों के लिए न्याय के 10 स्तंभों जोर दिया गया है। यह घोषणा पत्र पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की अध्यक्षता में तैयार किया गया। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने बताया कि 19 मार्च को कांग्रेस कार्य समिति ने इसे मंजूरी दी थी।
न्याय पत्र जारी करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान न्याय के पांच स्तंभों पर ध्यान केंद्रित किया गया था। इनमें युवा न्याय, किसान न्याय, नारी न्याय, श्रमिक न्याय और हिस्सेदारी न्याय की घोषणा की गईं थीं। इनमें 25 गारंटियां निकलती हैं। इन सभी को भी घोषणा पत्र में शामिल किया गया है।