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मुरादाबाद जेल में बंद बंदी की हार्ट अटैक से मौत

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बंदी की मौत का जिम्मेदार जेल प्रशासन, परिजनों ने लगाए आरोप

Moradabad News: दिल का दौरा पड़ने से अचानक मुरादाबाद की जिला कारागार में बंद एक कैदी की मौत हो गई। जिला कारागार प्रशासन ने उसकी हालत बिगड़ने पर मुरादाबाद के जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद जिला कारागार प्रशासन ने मौत की सूचना परिजनों को दी और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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फोन पर जानकारी देते हुए वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीपी सिंह ने बताया की 32 वर्षीय भीम सिंह पुत्र प्रेम सिंह निवासी बिलारी मोहल्ला अब्दुल्लाह गंज साल 2019 से धारा 304 के आरोप में जेल में बंद था। डेढ़ साल पहले उसे दिल का दौरा पड़ने की वजह से जेल प्रशासन ने जिला अस्पताल भर्ती कराया था। लेकिन, तबीयत में सुधान न होने की वजह से उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।

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जहां भीम सेन का मेडिकल परीक्षण और जांचें होने के बाद कार्डियोलॉजिस्ट ने दो स्टंट डाल दिए थे। जिसके बाद से लगातार उसका इलाज मेरठ मेडिकल कॉलेज में ही चल रहा था। देर शाम भीम सेन की अचानक हालत बिगड़ने पर उसे मुरादाबाद के जिला अस्पताल में भर्ती कराने के लिए ले जाया गया। लेकिन, उसकी मौत हो गई। डॉक्टर्स की टीम ने अस्पताल पहुंचते ही उसे मृत घोषित कर दिया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक के मुताबिक भीम सिंह की मौत की खबर परिजनों को दे दी गई है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

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वहीं भीम सिंह के छोटे भाई काले सिंह ने जेल प्रशासन के दावों को खारिज कर बड़ा आरोप लगाया है। उनके मुताबिक उनके भाई का जिला जेल प्रशासन ने स्वास्थ्य का ख्याल नही रखा। उनके भाई दिल के मरीज थे और उन्हें उसकी जरूरी दवाइयां नहीं दी जा रही थी।

उन्होंने बताया की उनके पास हर तीन से चार दिन में जेल में बंद उनके भाई भीम सिंह की कॉल आती थी और वो इलाज बेहतर इलाज न होने और वक्त पर दवाइयां न मिलने की बात कहा करते थे। उन्होंने आरोप लगाया की जेल में बंद उनके भाई की मौत जेल प्रशासन की लापरवाही से हुई है।

Jarees malik

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