कुंदरकी ब्लॉक के ग्राम गुरैर और मैनाठेर स्थित अपंजीकृत लैब का कारनामा
मुरादाबाद (डेस्क)। सीएमओ कार्यालय के रिकॉर्ड के अनुसार जिले में लगभग 60 पैथोलॉजी लैब पंजीकृत है लेकिन 10 हजार से अधिक लैबों का मकड़जाल अवैध रूप से फैला है। जहां पर अनट्रेंड स्टाफ और टैक्नीशियन ब्लैड का सैम्पल लेकर रिपोर्ट जारी करते है। जिले में एक-एक झोलाछाप डाक्टर ने दो-दो पैथोलॉजी लैब एक ही नाम से खोल रखी है और महकमा चुपचाप तमाशबीन बना बैठा है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है।

ये कारनामा कुंदरकी ब्लॉक के गांव गुरैर के अड्डे पर स्थित इंडियन पैथोलॉजी लैब से जुड़ा है। जिसका पंजीकरण सीएमओ दफ्तर में नहीं है। इस अवैध लैब का संचालक ज़की पाशा बताया जाता है। बर्षों से संचालित इस पैथोलॉजी लैब पर अनट्रेंड युवक डोर डोर जाकर मरीजों से ब्लड सैम्पल लेकर रिपोर्ट भी जारी करते है। आज तक इस अपंजीकृत लैब को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने ताला नहीं लगाया इसलिए संचालक का हौसला बढ़ता गया और उसने इंडियन नाम से संभल रोड़ स्थित बग्गी रोड़ मैनाठेर में एक लैब और खोल डाली।
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जांच की बात ये है कि दोनों ही लैबों पर बायोमेडिकल वेस्ट का कचरा निस्तारण के लिए कोई नियम-तरीका नहीं है यूही कूड़े के ढेर या नालियों-तालाब में खुलेआम फैंक दिया जाता है। जो बीमारियों को जन्म देता है। हालांकि दिखावे के लिए रिपोर्ट और बोर्ड पर प्रशिक्षित चिकित्सक का नाम लिखा रखा है लेकिन रिपोर्ट अनट्रेंड स्टाफ और टैक्नीशियन ही बनाता है।
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ऐसा नहीं है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस अपंजीकृत लैब के खेल का मालूम नही है फिर भी तमाशबीन बना बैठा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम ताबड़तोड़ भागदौड़ करके अवैध लैब, अस्पताल और क्लीनिकों पर ताले लगा रही है वो अलग बात है कि साहब को सुविधा शुल्क देकर सुबह होते ही ताले तोड़ दिये जाते है।
ये बोले सीएमओ डा.कुलदीप चौधरी
मेरे संज्ञान में इंडियन पैथोलॉजी लैब का मामला नहीं है। मैं जांच कराकर अवश्य कार्यवाही कराऊंगा। किसी भी हाल में अपंजीकृत लैब, क्लीनिक और अस्पताल संचालित नहीं होने दिये जाएंगे। समय समय पर विभाग लगातार कार्यवाही भी करता है और संबंधित थानों में मुकदमें भी दर्ज कराता है और ये कार्यवाही जारी रहेगी।