मुरादाबाद (डेस्क)। एमडीए ने शनिवार को गजरौला स्थित बेसमेंट में चल रहें 6 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया और मुरादाबाद में दर्जनों अस्पताल और कोचिंग सेंटरों को नोटिस भेजा है। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की इस बड़ी कार्यवाही से हड़कंप मचा है। दिल्ली में हुए हादसे के बाद प्रदेश सरकार ने अवैध और खासकर बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटरों, अस्पतालों, पैथोलॉजी लैबों और होटलों की जांच के निर्देश दिए थे।
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की टीम ने गजरौला के भानपुर मार्ग और स्टेशन चौराहे पर स्थित लाइब्रेरी और कोचिंग सेंटर की जांच की और बेसमेंट में चल रहे करीब छह कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया। इन कोचिंग सेंटरों में 50 से अधिक सीटें थीं। कोचिंग सेंटरों में तालाबंदी होती देखकर अफरा-तफरी मच गई।
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के एई योगेश गुप्ता ने बताया कि मानक के विपरीत निर्मित बेसमेंट में संचालित प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। सील किए गए प्रतिष्ठानों को उनके नक्शे और जमीन के दस्तावेज प्राधिकरण में प्रस्तुत करने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं।
वहीँ मुरादाबाद शहर में संचालित अस्पताल, पैथोलॉजी लैब, कोचिंग संस्थानों को नोटिस भेजकर संचालकों को एलर्ट कर दिया है। इस कार्यवाही से डाक्टरों ने नगर विधायक रितेश गुप्ता के नेतृत्व में कमिश्नर से मुलाकात की और एक माह का समय मांगा। आश्वासन मिलने के बाद डाक्टरों ने धीरे धीरे बेसमेंट में संचालित अस्पताल, पैथोलॉजी लैब और क्लीनिकों को खाली करने का कार्य शुरू कर दिया है। गांधीनगर स्थित सानवी क्लीनिक के बेसमेंट को डा. वैभव गुप्ता ने खाली कर दिया। महानगर में करीब 50 से अधिक पंजीकृत अस्पताल बेसमेंट में संचालित है।
सरकार की गाइडलाइन के अनुसार बेसमेंट में सिर्फ पार्किंग ही रहेगी अन्यथा कोई एक्टीविटी मेडिकल और शिक्षण संस्थानों की नहीं होने दी जाएगी। उधर स्वास्थ्य विभाग ने भी कमर कस ली है। बेसमेंट में संचालित अस्पतालों को चिंहित कर लिया गया है। विभाग की ओर से नोटिस भेजने की तैयारी है। इस कार्यवाही के लिए टीम बनाई गई हैं।