प्रदीप और जयेश के बीच पुरानी रंजिश ने लिया खूनी रूप, जानें किस बात पर हुआ था टकराव
चंदौली बुजुर्ग निवासी जयेश निषाद की हत्या के बाद उनकी मां सलहंती देवी ने तहरीर देकर बताया कि मेरे सामने ही पिस्तौल लहराते हुए आरोपी बेटे को बोलेरो में उठा ले गए। अखिलेश और सूर्यनाथ यादव से पुरानी रंजिश होने की वजह से दोनों मिलकर बेटे को मार दिया। मेरे बेटे का शव ठिकाने लगाने के बाद आरोपी प्रदीप सिंह ने अपने चाचा को फोन कर सूचना दी कि बदला पूरा हो गया। इसके बाद सभी आरोपियों ने मुझे भी मारने की धमकी दी।
मृतक जयेश निषाद मनबढ़ किस्म का था। वर्ष 2021 की पंचायत चुनाव में अखिलेश सिंह एक महिला को प्रधानी का चुनाव लड़ा रहे थे। दूसरे प्रत्याशी का समर्थन कर रहे जयेश ने चुनावी रंजिश में अखिलेश सिंह पर ताबड़तोड गोलियां चलाई थीं। इसमें अखिलेश, शीला देवी, उनके सहयोगी नंदगोपाल घायल हो गए थे।

अखिलेश सिंह को सीने और गर्दन में तीन गोली लगी थी। इसी तरह गांव के ही सूर्यनाथ यादव से भी इसकी गहरी दुश्मनी हो गई थी। सूर्यनाथ ने लड़की भागने के मामले में बेलीपार में एफआईआर दर्ज कराई थी। जयेश ने हाईकोर्ट में गुमराह कर अरेस्ट स्टे हासिल कर लिया। इसके बाद से वह फिर गांव में घूमने फिरने लगा था। उसको मारने के लिए उसके दो दुश्मन एक हो गए थे।
जयेश के फोटो डालने पर पैदा हो गया था तनाव
भागने के बाद जयेश सोशल मीडिया पर अपनी प्रेमिका के साथ फोटो अपडेट करता रहा। इसको लेकर गांव में दोनों पक्षों के बीच काफी तनाव हो गया था। इसको लेकर भी सूर्यनाथ, जयेश से नाराज था। काफी दिन से वह जयेश को सबक सिखाना चाह रहा था। मंगलवार को जैसे ही सूचना मिली कि जयेश आया है, इसके बाद वह टीम एकत्रित कर उसकी हत्या कर दी।

महिला को तलाशती रही पुलिस
जयेश की हत्या के बाद पुलिस उसके साथ रह रही महिला की तलाश में जुट गई। जयेश दुश्मनी की वजह से शहर में कुनराघाट क्षेत्र में किराए का मकान लेकर परिवार के साथ रह रहा था। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि महिला भी यहीं देखी गई है। उसने जयेश से दूसरी शादी कर ली थी। पति पत्नी की तरह दोनों रह रहे थे।