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मेरठ में महिला की गेट पर गोली मारकर हत्या, एक साल बाद आरोपी ने चौंकाने वाला राज खोला

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अंजलि गर्ग हत्याकांड में नया मोड़: आरोपी नीरज शर्मा का दावा – ससुराल वालों ने कराई हत्या

मेरठ के टीपीनगर थाना क्षेत्र के उमेश विहार में सवा साल पहले हुए एडवोकेट अंजलि गर्ग हत्याकांड में आरोपी नीरज शर्मा ने बड़ा दावा किया है। जमानत पर बाहर आया नीरज शर्मा गुरुवार को एसएसपी ऑफिस पहुंचा। आरोपी ने दावा किया कि अंजलि की हत्या उसके ससुराल वालों ने कराई है। पुलिस इन सभी को क्लीन चिट दे चुकी है। नीरज ने कहा कि उसे सुपारी के 20 लाख रुपये अब तक नहीं मिले। सात जुलाई 2023 में टीपीनगर थाना क्षेत्र के उमेश विहार में सुबह साढ़े छह बजे एडवोकेट डॉ. अंजलि गर्ग की उसके मकान के गेट पर दो अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। अंजलि दूध लेकर घर लौट रही थी।

प्रारंभिक जांच में संपत्ति विवाद को लेकर पुलिस ने अंजलि की सास सरला गुप्ता, ससुर पवन गुप्ता और पति नितिन गुप्ता को गिरफ्तार किया था। जांच में ये चीजें साबित नहीं हुईं, बाद में इन्हें क्लीन चिट देकर छोड़ दिया था। उसने जनसुनवाई कर रहे पुलिस अधिकारी को कॉल रिकार्डिंग और कॉल डिटेल भी सौंपते हुए मामले की दोबारा जांच की मांग की है। एसएसपी डाॅ. विपिन ताडा ने सीओ ब्रह्मपुरी को जांच कराकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 

नीरज सहित चार लोगों हुए थे गिरफ्तार
पुलिस ने वारदात का खुलासा करते हुए सुपारी देकर भाड़े के शूटरों से हत्या करवाने की बात बताई। हत्या के साजिशकर्ता यशपाल, सुरेश भाटी और नीरज शर्मा थे। किराये पर शूटर अनुज उर्फ मनिहार था। आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। नीरज ने भाड़े के शूटर उपलब्ध कराए थे। दोनों शूटर हत्या के एक दिन पहले नीरज के घर रुके थे। इनके कब्जे से दो स्कूटी और तमंचा भी बरामद हुआ था।

अपने किए पर है पछतावा
नीरज शर्मा ने शिकायती पत्र में बताया कि अंजलि गर्ग के हत्याकांड में पुलिस ने सास-ससुर व पति को गिरफ्तार किया था। दो दिन बाद पुलिस ने यशपाल, सुरेश भाटी, नीरज शर्मा व अनुज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अंजलि के सुसराल वालों को छोड़ दिया था। जबकि अंजलि की हत्या में ससुराल वालों का हाथ था।

अंजलि को मारने के लिए उसे 20 लाख रुपये और पांच दुकान देने की बात तय हुई थी। अपना नाम सामने न आने की शर्त इन्होंने रखी थी। जब पुलिस ने हमें गिरफ्तार किया तो हमने किसी का नाम नहीं लिया। अब हमें अपनी गलती का पछतावा है, इसलिए पुलिस को जानकारी दे रहा हूं।

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
M: 9997411800, 9719616444

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