एसटीएफ की बड़ी सफलता: कोर्ट में पेशी के बाद इनामी हत्यारा न्यायिक हिरासत में भेजा गया
Kanpur News: यूपी एसटीएफ ने कर्नलगंज पुलिस के साथ मिलकर एक लाख के इनामी भाड़े के हत्यारे चतुर सिंह उर्फ चतुरभुज सिंह उर्फ त्रिभुवन सिंह उर्फ बाबा उर्फ कालिया को लाल इमली के पीछे वाली गली से सुबह पांच बचे धर दबोचा। उसके खिलाफ कानपुर और हमीरपुर में अपहरण, हत्या, लूट और गैंगस्टर समेत कई संगीन धाराओं 13 मामले दर्ज है। एसटीएफ ने पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

एसटीएफ प्रभारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि हमीरपुर में धर्मेंद्र यादव ने 10 लाख रुपये में अपनी बहन अमन की हत्या की सुपारी घाटमपुर के जलाला गांव निवासी चतुर सिंह को दी थी। चतुर सिंह ने साथी वीर सिंह व कल्लू यादव के साथ मिलकर अमन को उसके दो बच्चों संग अगवा कर लिया, फिर हत्या कर शव हमीरपुर के जंगल में फेंक दिया था। घटना के बाद से वह फरार चल रहा था। हमीरपुर पुलिस ने उसपर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया तो यूपी एसटीएफ रडार पर वह भी आ गया। जांच में पता चला कि चतुर मध्य प्रदेश के भिंड व मुरैना के बीहड़ में छिपा है।
वह किसी की हत्या की साजिश रच रहा है और किसी से मिलने कानपुर आ रहा है। एसटीएफ के मुताबिक सटीक सूचना पर एसटीएफ ने कर्नलगंज पुलिस के साथ कर्नलगंज क्षेत्र के लालइमली के पीछे वाली सड़क से गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ के मुताबिक चतुर सिंह मूल रूप से कानपुर देहात के सिकंदरा थानाक्षेत्र के हाजीपुर गांव का रहने वाला है। चतुर सिंह पर कानपुर नगर, देहात, हमीरपुर जिले में गैंगस्टर, हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, आर्म्स एक्ट, लूट समेत कई गंभीर धाराओं के मामले दर्ज हैं।

कारोबारी की हत्या की ली थी सुपारी
आरोपी चतुर सिंह ने हाल ही में एक और कारोबारी की सुपारी ले ली थी। एसटीएफ के अनुसार भिंड-मुरैना के जंगलों में छुपकर दूसरी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा था।
ये बरामदगी भी हुई
एसटीएफ को उसके पास से एक 315 बोर का तमंचा, दो 315 बोर के कारतूस, एक 315 बोर खोखा कारतूस, एक की पैड वाला मोबाइल फोन, 2100 रुपये नकद मिले हैं।