जीवन प्रमाण पत्र के बहाने ठगी: डॉ. आनंद प्रकाश श्रीवास्तव के परिवार को बड़ा नुकसान
साइबर ठगों ने धूमनगंज राजरूपपुर के रहने वाले डॉ. आनंद प्रकाश श्रीवास्तव के बेटे का जीवन प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर 50 लाख रुपये की ठगी कर ली। ठगों ने खुद को पीएनबी का मैनेजर बताकर घटना को अंजाम दिया है। साइबर थाना पुलिस ने ठगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। धूमनगंज के राजरूपपुर में डॉ. आनंद प्रकाश श्रीवास्तव परिवार समेत रहते हैं। जबकि उनका बेटा बिहार के लखीसराय में रहता है। उन्होंने साइबर थाना पुलिस को बताया कि एक नवंबर को उनको लखीसराय जाना था।

इसलिए बेटे का जीवन प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कुछ दिन पहले 16 अक्तूबर को उन्होंने इंटरनेट पर सर्च किया। यहां से मिले नंबर के माध्यम से लखीसराय के पीएनबी में फोन किया। मैनेजर के लिए पूछा तो जवाब मिला कि वह मैनेजर मनोज कुमार है। जीवन प्रमाणपत्र बनवाने की जानकारी देने पर उसने व्हॉटसएप पर एक नंबर दिया। कहा कि एपीके फाइल के लिए इस नंबर पर संपर्क कर लें। इसके बाद खाता नंबर के साथ एटीएम पिन मांगा।
मना करने पर कहा कि सिस्टम में अपलोड करना है कोई दिक्कत नहीं होगी। जानकारी देते ही खाते ही कुल 50 लाख रुपये की रकम निकाल ली गई। शिकायत के आधार पर साइबर थाना ने केस दर्ज किया है। वहीं, पुलिस अब मोबाइल नंबर और ठगों के खातों के आधार पर आरोपियों की पहचान करने में जुट गई है। पुलिस अफसरों का कहना है कि ठगों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर ठगी
मुंडेरा कैलाशपुरी निवासी रेनू प्रजापति से क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर पांच लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। साइबर पुलिस को बताया कि 27 नवंबर को उनके पास फोन आया। कहा कि आपकी क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ गई है। जवाब दिया कि बढ़ा दीजिए। अगले दिन फिर फोन आया। कहा कि लिमिट बढ़ाने के लिए भेजे गए ओटीपी को बताना होगा। तुरंत लिमिट बढ़ जाएगी। जानकारी देने पर खाते से तीन बार में 1.24 लाख क्रेडिट कार्ड से 69152 व 23815 की ठगी कर ली। साथ ही पर्सनल लोन में पांच लाख ठगे। इस तरह कुल 7.16 लाख रुपये की चपत लगा दी। साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है।