22 टीमों और 300 अधिकारियों ने संभाला मोर्चा, सर्च अभियान तेज।
अरिहंत प्रकाशन सहित अन्य पब्लिशर्स के यहां सात स्थानों पर शुक्रवार को दूसरे दिन भी कार्रवाई जारी रही। दिल्ली, नोएडा, गौतमबुद्ध नगर सहित शहर में विभिन्न स्थानों पर खरीदी गई जमीन के दस्तावेजों को जुटाने के साथ कैश, आभूषण आदि की भी जांच की गई। बैंक खातों के साथ लॉकर और अन्य दस्तावेज भी जांचे। दिल्ली और यूपी की 22 टीम के 300 अधिकारियों ने सर्च अभियान चलाया। आयकर विभाग की टीम अरिहंत प्रकाशन के संचालक के साकेत स्थित आवास पर जांच कर रही है। डायरेक्टर योगेश चंद्र जैन, दिपेश जैन, रितेश जैन और प्रवेश जैन से अलग अलग पूछताछ की गई। मेरठ में बिग बाइट से ब्रेवुरा होटल के बीच खरीदी गई करोड़ों की संपत्ति के विषय में भी जानकारी जुटाई गई। बाईपास पर बिग बाइट के पास फैक्टरी में अकाउंटेंट और कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। इस दौरान कच्चे बिल की जानकारी जुटाई।

सुशांत सिटी में मनोज सिंघल के घर में जांच के दौरान शहर के कई बड़े उद्यमियों के नाम भी सामने आए हैं। नेहरूनगर में आर्किटेक्ट असित गुप्ता से भी अरिहंत के डायरेक्टरों के यहां निर्माण संबंधी जानकारी ली गई। उधर, दूसरी तरफ डिफेंस कालोनी में मुकुल रस्तोगी, संजय रस्तोगी के घर के साथ जम्मू और हिमाचल स्थित पेपर मिल में भी पूछताछ की गई। सरधना स्थित पेपर मिल संचालक से भी जानकारी ली गई।
प्रिंटिंग प्रेस कर्मी के घर पर 36 घंटे तक आयकर की कार्रवाई

रेलवे रोड स्थित कॉलोनी में बृहस्पतिवार सुबह से शुरू हुई आयकर विभाग की कार्रवाई शुक्रवार शाम तक जारी रही। करीब 36 घंटे तक चली कार्रवाई में आयकर विभाग की टीम ने घर की तलाशी लेकर कई जरूरी दस्तावेज और अन्य सामग्री अपने कब्जे में लिया। रेलवे रोड निवासी मुकेश कुमार मेरठ स्थित प्रिंटिंग प्रेस में नौकरी करते हैं। कर्मी के घर की छापा देश के शीर्ष पांच प्रकाशकों में शामिल प्रकाशन समूह के खिलाफ चलाए जा रहे जांच अभियान का हिस्सा थीं। आयकर विभाग ने इस प्रकाशन समूह के मालिक, चार्टर्ड एकाउंटेंट और अन्य सहयोगियों के दिल्ली, मेरठ, नोएडा, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में स्थित 14 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की है। अभियान में दिल्ली, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और उत्तराखंड के लगभग 150 आयकर अधिकारी शामिल थे।