प्राइवेट कर्मी रमाकांत मौर्य से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी की गई, जिसकी शिकायत साइबर थाने में दर्ज कराई गई है।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के नाम पर प्राइवेट कर्मी से 15.77 लाख रुपये की ठगी हो गई। पीड़ित ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। नौबस्ता के आवास विकास हंसपुरम निवासी रमाकांत मौर्य ने बताया कि उन्हें आईआईएफएल ग्रुप बताकर वाट्सएप से 30 जून 2024 को जोड़ा गया। इस ग्रुप में चंद्रा श्रुति, अंकुर केडिया, फाल्गुनी समेत नौ एडमिन थे।

इन सभी के मोबाइल फोन से मैसेज आए कि आईआईएफएल में शेयर ट्रेडिंग, इंट्रा डे ट्रेडिंग, आईपीओ में निवेश करें, अच्छा मुनाफा दिलाएंगे। शेयर ट्रेडिंग के लिए 30 जून 2024 को फर्जी इंस्ट्रीट्यूशनल खाता 12000 रुपये से खोल दिया गया। बैंक खाते में पैसा लिया गया। हर बार अलग-अलग बैंक खाते में रुपये लिए गए। 16 जुलाई 2024 तक 5,70,000 जमा हो गए थे। जब पैसा निकालने के लिए कहा गया तो मैसेज आया कि 10 लाख रुपये की ट्रेडिंग और करिए तब रुपये निकलेंगे। बैंक अकाउंट नंबर दिया गया। कुल 15.77 लाख रुपये जमा किए गए। इस तरह से 15,70,000 रुपये की ठगी की गई। एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर ने बताया कि रामकांत मौर्य की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।