दो दिन बाद युवक का शव खेत से निकाला गया, पुलिस ने मामले को शांत कराया
रोटावेटर से युवक के तीन टुकड़े हो गए तो चालक घबरा गया। उसने दो किमी दूर खेत में शव गाड़ दिया। दो दिन तक युवक के न मिलने पर परिजनों ने ग्रामीणों संग हंगामा कर जाम लगा दिया। करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने जेसीबी से खुदाई कर शव को निकाला। इसके बाद मामला शांत हुआ। चकेरी के सनिगवां गांव निवासी गुरुसहाय कुशवाहा का बड़ा बेटा अजीत कुशवाहा (30) की मानसिक हालत कमजोर थी। इस कारण उसकी शादी भी नहीं हुई थी। इसके अलावा गुरुसहाय के परिवार में पत्नी मुन्नी देवी और उससे छोटा बेटा सुजीत कुशवाहा हैं। उनकी सबसे बड़ी बेटी रिंकी की लखनऊ में शादी हो चुकी है। सुजीत जाजमऊ बीमा अस्पताल में कर्मचारी है। सुजीत ने बताया कि शुक्रवार को भाई अजीत घर से निकला और देर शाम तक नहीं लौटा, तो शनिवार को चकेरी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई।

रविवार सुबह परिजन अजीत को तलाशते हुए सनिगवां क्षेत्र स्थित शालीमार गेस्ट हाउस के पीछे खेतों पर पहुंचे। वहां पर अजीत की चप्पलें, जैकेट के टुकड़े, मिट्टी में खून के छींटे, शराब की बोतल और अंडा आदि मिला। इस पर उन्होंने हत्या कर शव दफनाए जाने का आरोप लगाकर पुलिस को सूचना दी। यह खेत हरीश पांडेय का है। इसे मोनू ने बंटाई पर लिया है। मोनू से जानकारी मिली कि इस खेत को लउआपुरवा निवासी शिवभान का भांजा संदीप जोत रहा था। पुलिस ने शिवभान को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि वह भांजे के साथ था। अजीत को गाना सुनने का शौक था। उनके ट्रैक्टर में डीजे लगा है।
शुक्रवार को वह ट्रैक्टर में रोटावेटर लगाकर जुताई कर रहा था। इसी दौरान अजीत ट्रैक्टर पर बैठ गया। पता ही नहीं चला कि वह कब गिरकर रोटावेटर की चपेट में आ गया। उसका शव देखकर डर गया और उसने शव को खेत से घटनास्थल से दो किलोमीटर दूर दूसरे खेत में दफना दिया। देर शाम तक पुलिस ने खुदाई कराकर शव को नहीं निकाला तो परिजन और ग्रामीण भड़क गए। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। खुद ही फावड़ा लेकर खुदाई करने जाने लगे। इसके साथ ही अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर सनिगवां बंबा सड़क पर जाम लगा दिया। इसमें पुलिस की गाड़ियां भी फंस गईं। करीब एक घंटे बाद डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का भरोसा देकर शांत कराया। जेसीबी मंगाकर खुदाई कराई तो तीन टुकड़ों में शव मिला। डीसीपी पूर्वी ने बताया कि परिजनों से तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

हत्या या हादसा के बीच उलझी पुलिस, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि अजीत कुशवाहा की मौत के मामले में हत्या या हादसा दोनों बिंदुओं पर जांच की जा रही है। शव को दो किलोमीटर दूर छिपाने से मामला हत्या की ओर जा रहा है। वहीं, मृतक के परिजनों और ग्रामीणों से पुलिस को पता चला है कि ट्रैक्टर पर खून लगा था, जिसे सुबह धुला जा रहा था। वहीं, पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने हत्या नहीं की है। ट्रैक्टर से गिरने से उसके रोटावेटर से कटकर उसके शरीर के तीन टुकड़े हो गए। इससे वह डर गया। इससे उसने जमीन में दफना दिया था।
ट्रैक्टर में डीजे, हैलोजन व फॉग लाइटें
ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी ने अपने ट्रैक्टर को हरियाणा के किसानों के ट्रैक्टर की तरह सजा रखा है। इसमें बड़ा स्पीकर, हैलोजन और फाॅग लाइट भी लगी हुई हैं। खेत में ट्रैक्टर से काम करने के दौरान वह तेज आवाज में गाने सुनता है। उसके ट्रैक्टर की सजावट किसी स्पोर्ट्स गाड़ी से कम नहीं लगती है। फिलहाल उसकी गाड़ी पुलिस के कब्जे में है।
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खेत पर पहुंची महिलाओं से पुलिस की नोकझोंक हुई
अजीत का शव बरामद करने के लिए दिन भर हंगामा चलता रहा। लोगों का हुजूम खेत से सड़क तक डटा रहा। सनिगवां चौकी प्रभारी अंकित खटाना उन्हें फॉरेंसिक टीम के आने के इंतजार की बात कह समझाते रहे। इस दौरान गम और गुस्से में लोगों ने कई बार पुलिस पर लापरवाही और देरी करने का आरोप लगा हंगामा किया। समय गुजरने के साथ ही खेतों पर महिलाएं भी आ पहुंच गईं, उनकी पुलिस ने नोकझोंक हो गई। देर शाम घटना स्थल से करीब दो किलोमीटर दूर शव को निकालने के पहले भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा गया। इस बीच पुलिस ने आरोपी को लाकर दफनाए गए शव की जगह चिह्नित कर ली। शाम को डीसीपी पूर्वी की मौजूदगी में अजीत के परिजनों ने घास, मिट्टी हटानी शुरू की। फिर फावड़े से मिट्टी हटाने का काम शुरू हुआ, लेकिन सफलता न मिलती देख जेसीबी बुलवाई गई। करीब 10 मिनट के भीतर ही जेसीबी की मदद से अजीत के गड्ढे में गड़े शव को बाहर निकाल लिया गया।