बेरोजगार युवक की नौकरी का झांसा: 15 लाख रुपये की डील की बात सामने आई
देवरिया स्थित जिला सहकारी बैंक लिमिटेड के बाबू गोविंद तिवारी पर नौकरी लगवाने के नाम पर आठ लाख रुपये हड़पने के आरोप में गोरखनाथ थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। शास्त्रीनगर निवासी राजेश यादव ने तहरीर देकर केस दर्ज कराया है। पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है।

गोरखनाथ के शास्त्रीनगर निवासी यादव ने तहरीर देकर बताया है कि पूर्व परिचित देवरिया के कोतवाली थाना क्षेत्र के पगरा गांव निवासी गोविंद तिवारी जिला सहकारी बैंक में बाबू के पद पर कार्यरत हैं। मैंने अपने बेरोजगार बेटे की पढ़ाई को लेकर चर्चा की। गोविंद बोला कि आप चिंता मत करें, आपके बेटे की नौकरी जिला सहकारी बैंक देवरिया में लगवा दूंगा, इसके लिए 15 लाख रुपये की व्यवस्था करनी पड़ेगी।

फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया: राजेश का आरोप है कि विश्वास करके 14 जनवरी 2022 को अपने भतीजे वैभव के बैंक खाते से छह लाख और दो लाख रुपये गोविंद को नकद हाथ में दिए। बाकी सात लाख रुपये नियुक्ति के बाद देने के लिए कहा। दो साल बीतने के बाद भी बेटे की नौकरी नहीं लगी। गोविंद से बातचीत की तो उसने एक नियुक्ति पत्र दिया। बैंक जाने पर पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी है। गोविंद कई लोगों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी कर चुका है।