एसपी ने बताया: बवाल के दौरान लिए गए फोटो से हुई आरोपी की पहचान
संभल कोतवाली पुलिस ने उपद्रव में शामिल सात आरोपियों को जेल भेजा है। आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में स्वीकारा कि वह उपद्रव में शामिल थे। हालांकि पुलिस इन आरोपियों के कब्जे से बरामदगी कुछ नहीं कर सकी है। एसपी का कहना है कि बवाल के दौरान जो फोटो लिए गए थे उन फोटो के आधार पर आरोपियों की पहचान हुई और इसी आधार पर गिरफ्तार किया गया। बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश में टीम लगी है। इन सात आरोपियों समेत 49 आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं।

एसपी कुष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि कोतवाली पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कोतवाली क्षेत्र के बुलबुली मस्जिद के नजदीक से मोहल्ला कोटगर्वी निवासी शोएब, सुजाउद्दीन उर्फ सज्जू, आजम खान, मोहल्ला नाला निवासी जावेद अख्तर, चौधरी सराय निवासी शाहद, देहली दरवाजा निवासी मुस्तफा हसन और अजहरूद्दीन को गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि आरोपियों ने स्वीकार किया है कि 24 नवंबर को जामा मस्जिद के नजदीक सर्वे के दौरान हुए बवाल में यह आरोपी शामिल रहे थे।
एसपी ने बताया कि जो उपद्रवी प्रकाश में आ रहे हैं उनको गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। तीन महिला समेत 42 आरोपी पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं। अब सात आरोपी और जेल भेजे गए हैं। बता दें कि 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान मोहल्ला कोटपूर्वी में बवाल हुआ था। इसमें उपद्रवियों ने पथराव और फायरिंग की थी। साथ ही कई वाहनों को फूंक दिया था। इस उपद्रव में पांच आम लोगों की जान चली गई थी। पुलिस ने जामा मस्जिद के नजदीक हालात पर काबू पाए तो नखासा तिराहा और हिंदूपुरा खेड़ा इलाके में पुलिस पर पथराव और फायरिंग की गई थी।

इस वर्ष में नहीं मिल सकेगी कि बवाल के किसी भी आरोपी को जमानत
24 नवंबर को हुए बवाल के बाद पुलिस ने अलग-अलग समय पर 49 गिरफ्तारियां की है। इसमें तीन महिलाएं और कई नाबालिग भी शामिल हैं। इनमें 41 आरोपियों की जमानत के लिए प्रक्रिया पिछले 15 दिन से चल रही है लेकिन जमानत नहीं मिल सकी है। अब बुधवार से न्यायालय में अवकाश रहेंगे। अगली तिथि न्यायालय की ओर से वर्ष 2025 जनवरी के पहले सप्ताह के लिए तय की है। इसलिए इस वर्ष में किसी भी आरोपी को जमानत नहीं मिल सकेगी।