मुंह में कपड़ा ठूंसकर बालिका को लावारिस छोड़ा, पुलिस ने जंगल से किया रेस्क्यू
5 जनवरी की शाम चार बजे खेरेश्वर चौराहे के पास सड़क पार करते समय नौ वर्षीय बालिका बाइक की टक्कर लगने से घायल हो गई। इस उसे इलाज के लिए ले जाने की बात कहते हुए बाइक सवार ल्हौसरा के जंगल में रेलवे लाइन के किनारे ले गए। मुंह में कपड़ा ठूसकर उसे झाड़ियों में फेंक दिया और भाग निकले। पुलिस ने बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।

जनपद कानपुर के थाना और कस्बा शिवराजपुर निवासी छोटू परिवार सहित खेरेश्वर चौराहे के पास सड़क किनारे झुग्गी झोपड़ी डालकर रहते हैं। उनकी नौ साल की बेटी बाबू 5 जनवरी की शाम करीब चार बजे तीन-चार अन्य बालिकाओं के साथ खाने का सामान लेने के लिए खेरेश्वर चौराहे के पास गई थी। वहां सड़क पार करते समय बाइक की टक्कर से वह गंभीर रूप से घायल हो गई। लोगों के अनुसार घायल बालिका का इलाज कराने के बहाने बाइक सवार उसे अपने साथ ल्हौसरा गांव की ओर ले गए। उधर साथ गई बालिकाओं ने परिजन को खबर दी तो बेटी को तलाश करते हुए उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस कर्मी पहुंच गए। पुलिस कर्मियों ने लोधा के निजी अस्पताल तक पता लगाया लेकिन घायल के बारे में पता नहीं चला।

इसी बीच ल्हौसरा के जंगल में बकरी चरा रहे ग्रामीणों को बालिका के रोने की आवाज सुनाई तो वह पास पहुंचे। गांव के रिंकू ने पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी कि रेलवे पटरी के किनारे झाड़ियों में एक घायल बालिका पड़ी है। उसके मुंह में कपड़ा भरा है। इस पर लोधा और रोरावर थाने के पुलिस कर्मी मौके पर पहुंच गए। रोरावर थाना पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि बाइक सवारों के बारे में पता चल सके। उनकी पहचान कर जल्द पकड़ा जाएगा।