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जौनपुर: दंपति की हत्या में साजिश का पर्दाफाश, पूर्व प्रधान सहित चार पर एफआईआर।

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पुलिस ने पूर्व प्रधान को गिरफ्तार कर भेजा न्यायालय, तीन अन्य आरोपित फरार।

बिशुनपुर ग्राम पंचायत के मलूकपुर गांव में दंपति के खेत से रहस्यमय ढंग से लापता होने के मामले का तीसरे दिन पुलिस ने खुलासा कर दिया। आरोपित पूर्व प्रधान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ने स्वीकार किया कि उसके द्वारा फसल की सुरक्षा हेतु लगाए गए विद्युत करेंट प्रवाहित नंगे तार की चपेट में आकर दंपति की मौत हुई थी। साक्ष्य छुपाने के लिए दोनों का शव वाहन में लाद शारदा सहायक नहर में फेंक दिया था। मामले में पुलिस ने चार के खिलाफ अपहरण व हत्या का केस दर्ज कर लिया है। मंगलवार को आरोपित पूर्व प्रधान को गिरफ्तार कर चलान न्यायालय भेज दिया गया। शेष तीनों आरोपितों की तलाश पुलिस सरगर्मी से कर रही है। खबर लिखे जाने तक पुलिस शव बरामद नहीं कर सकी है।

गांव निवासी 58 वर्षीय रामचरित्तर गौतम अपनी 56 वर्षीया पत्नी किस्मत्ती देवी के साथ रविवार को घर से लगभग चार सौ मीटर दूर खेत में सिंचाई करने गए थे। जहां से दंपति गायब हो गये। घटना की छानबीन पुलिस कर रही थी। तभी उन्हें जानकारी हुई कि बगल गांव अकबर पुर निवासी पूर्व प्रधान कमलेश सिंह व उनके भाइयों का दंपत्ति जिस खेत कि सिंचाई कर रहे थे उसी से सटा उक्त आरोपितों का भी खेत हैं।

जिसकी सुरक्षा हेतु नंगे तार का बाड़ घेर उसमें विद्युत करेंट प्रवाहित किया गया था। जानकारी होते ही पुलिस सक्रिय हो कर उनकी  तलाश शुरू कर दिया। मंगलवार को आरोपित पूर्व प्रधान कमलेश को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने स्वीकार किया कि रविवार की सुबह तार में प्रवाहित करेंट से दंपति के मौत की खबर मिलते ही हम व अन्य आरोपीगण भागते हुए मौके पर पहुंचे। कानून से बचने के लिए शव को वाहन में लाद नहर में फेंक दिया था। जिसमें अन्य आरोपितों भी शामिल रहे। आवश्यक कार्रवाई के बाद उन्हें चलान न्यायालय भेज दिया गया। खुटहन थाना क्षेत्र के बिशुनपुर ग्राम पंचायत के मलूकपुर गांव में खेत में लगे तार की चपेट में आने से लापता दंपत्ती की मौत हुई। यह आर्थिक रूप से बहुत कमजोर थे। खेती की इनके पास एक भी जमीन नहीं थी, जिसके चलते रामचरित्र गौतम व उसकी पत्नी किस्मती अधिया पर जमीन लेकर खेती किया करते थे।

 छह पुत्रियों के मां बाप थे मृत दंपति
मलूकपुर गांव निवासी राम चरित्तर व उनकी पत्नी किस्मत्ती देवी की हत्या से छह बेटियों के सिर से पिता का साया उठ गया। बड़ी पुत्री सरिता, शशिकला, कविता और रिंका चारों का विवाह हो चुका है। जबकि संध्या और साक्षी अभी नाबालिग हैं। मां बाप की मौत से उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है।

नरिया थपुआ के कच्चे घर करता था गुजारा, नहीं मिली सरकारी सुविधाएं 
मलूकपुर गांव निवासी मृत दंपति की माली हालत बहुत लचर थी। दोनों मेहनत मजदूरी के बल पर परिवार पाल रहे थे। पेट काटकर जो पैसे बचाते उसीसे बेटियों के हाथ पीले कर देते। उनके पास खेती योग्य मात्र छह विश्वा ज़मीन है। कच्ची दीवार पर थपुआ नरिया की छत बनाकर वे परिवार संग गुजारा करते थे। पात्र होने के बाद भी उन्हें आवास मयस्सर नहीं हो सका।

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तीसरे दिन भी शाम को थाने पर किया प्रदर्शन 
घटना के तीसरे दिन भी लापता दंपत्ती की बरामदगी व कार्रवाई की मांग को लेकर सौ से अधिक ग्रामीण थाना गेट पर प्रदर्शन किए। बीस मिनट तक पुलिस प्रशासन के खिलाफ ग्रामीण नारेबाजी करते रहे। क्षेत्राधिकारी अजीत सिंह चौहान के समझाने बुझाने के बाद उनका आक्रोश शांत हुआ। हालांकि पुलिस ने देर  शाम घटना का खुलासा किया।

युद्ध स्तर पर कराई जा रही तलाश 
सीओ अजीत सिंह चौहान ने बताया कि दंपति के शव के लिए पुलिस नहर, कुआं, सेंवई नाला व गोमती नदी में भी गोताखोरों की मदद से तलाश कराई जा रही है। बहुत जल्द उनके शव को बरामद कर लिया जाएगा।

Jarees malik

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