संतराम हत्याकांड: ई-रिक्शा लूटने के लिए सिर पर मारी थी गोली, पुलिस की जांच जारी
Aligarh News : 26 दिसंबर की रात गांव जिरौली डोर के पास जंगल में बेर के बाग में ई रिक्शा चालक संतराम के सिर पर गोली मारकर हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हत्या ई रिक्शा लूटने वाले गैंग ने की थी, जिसके एक सदस्य को पुलिस ने पकड़ लिया है, जबकि गैंग का मास्टरमाइंड गौरव सहित अन्य आरोपी फरार हैं। न्यायालय के आदेश पर पकड़े गए आरोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

गांव दुनाई निवासी संतराम (36) पुत्र श्यामलाल 26 दिसंबर की सुबह अपना ई रिक्शा लेकर अलीगढ़ शहर के लिए निकले थे। देर शाम तक न लौटने पर परिजन ने उनकी गुमशुदगी की सूचना थाने में दी थी। 27 दिसंबर की सुबह गांव जिरौली डोर के बाहर बेर के बाग में संतराम का शव पड़ा मिला था। सिर में गोली मारकर उनकी हत्या की गई थी। मृतक की पत्नी सुनीता देवी ने रंजिश में हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए गोधा थाने के गांव अहक निवासी वीरपाल, लवकुश और अर्जुन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सीसीटीवी कैमरों की मदद से सुरागरसी में लगी पुलिस को अगले दिन गांव नौगवा अर्जुनपुर के पास बंबा के किनारे ई रिक्शा का ढांचा मिला था। उसकी बैटरी सहित अन्य सामान गायब था। थाना पुलिस के अनुसार संतराम की हत्या में थाना बन्ना देवी के नगला कलार निवासी मोहित पुत्र रमेश चंद्र को दुनाई तिराहे से पकड़ा गया है।

पूछताछ में उसने अपने दोस्त गौरव सहित अन्य साथियों के नाम बताए। बताया कि गौरव ही गैंग का मास्टरमाइंड है। यह गैंग भाड़े पर ई रिक्शा तय कर लोधा थाना क्षेत्र में ले जाते थे। इसके बाद घटना को अंजाम देकर ई रिक्शा लूटकर ले जाते थे। थाना पुलिस के अनुसार मृतक की पत्नी ने हत्या में जिन लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था, उनका घटना में कोई हाथ नहीं था।