सेना के रिटायर्ड जवान पर आरोप: भर्ती कराने के नाम पर छह लाख रुपये ठगे, अब धमकी दे रहे हैं
Varanasi : सेना में भर्ती कराने का झांसा देकर छह लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में कोर्ट के आदेश पर कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। गाजीपुर के भांवरपुर लोहरापुर निवासी सुनील यादव के अनुसार वह तीन साल से फुलवरिया में किराये के मकान में रहकर सेना भर्ती की तैयारी करता था। 2020 में उनकी मुलाकात सिद्ध विनायक कॉलोनी निवासी सेना से रिटायर्ड जवाहरलाल सिंह से हुई। सेना में नौकरी लगाने का झांसा देकर जवाहरलाल ने छह लाख रुपये लिए। अब रुपये मांगने पर टालमटौल करने के साथ धमकी देते हैं।

वरासत नहीं करने वालों का आवंटन होगा निरस्त
वीडीए की ओर से आवंटित संपत्तियों की वरासत उनके वारिसों की ओर से कराना अनिवार्य है। यदि आवंटियों या उनके वारिसों की ओर से वरासत नहीं कराई गई तो आवंटन निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए वीडीए बोर्ड की बैठक में अनुमति मिल चुकी है। वीडीए के अनुसार नौ योजनाओं में कुल 125 संपत्तियां हैं। जिनसे किराये और विक्रय के आधार पर वसूली की जा रही है। अब तक 85 लाख रुपये की वसूली की गई है। नियमित किराया नहीं देने वाले आवंटियों को नोटिस दिया जा रहा है। इसके बाद भी कई आवंटी न तो किराया जमा कर रहे हैं और न ही संपत्ति क्रय कर रहे हैं। उनके आवंटन निरस्त होंगे।

जवाहर लाल नेहरू व्यवसायिक केंद्र योजना में 44, शास्त्रीनगर में 9, पिशाचमोचन योजना में एक, कैलगढ़ में एक, गुरुधाम में एक, नदेसर में एक संपत्ति है। जिन मामलों में आवंटियों का निधन हो चुका है। उनके वारिसों की ओर से नामांतरण के लिए सूचित मूल्य जमा करना होगा। इसके उपरांत ही रजिस्ट्री की कार्रवाई की जाएगी।