भाभी की गोद भरने के लिए महिला ने किया 40 दिन की बच्ची का अपहरण
कानपुर में भाभी की सूनी गोद भरने के लिए एक महिला ने बड़ा चौराहा स्थित मुख्य डाकघर से सोमवार को 40 दिन की दुधमुंही बच्ची का अपहरण कर लिया। बच्ची की मां दौड़कर कोतवाली पहुंची और पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से महज चार घंटे में अपहरण करने वाली महिला को गिरफ्तार कर बच्ची सकुशल ढूंढ निकाला। नौबस्ता के बूढ़पुर मछरिया में रहने वाली फरहा नाज अपनी 40 दिन की बच्ची को लेकर बड़ा चौराहा स्थित मुख्य डाकघर में आधार कार्ड संशोधन के लिए गई थीं। दुधमुंही को गोद में लेकर फॉर्म भरने और उसका टॉयलेट साफ करने को लेकर परेशान थी। इस दौरान वहां मौजूद एक महिला ने बच्ची को संभालने में मदद की बात कही।

आरोपी महिला नजर से बचकर भाग निकली
इस पर उन्होंने बच्ची उस महिला की गोद में दे दी और फॉर्म भरकर आधार संशोधन कराने में व्यस्त हो गई। इसी बीच आरोपी महिला फरहा की नजर से बचकर उसकी बच्ची लेकर बाहर की ओर भाग निकली। फार्म भरकर मुड़ीं, तो महिला को न पाकर परेशान हो गईं।
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों को खंगाला
उन्हें रोता देख लोगों ने अपहरण की सूचना पुलिस को देने की बात कही। फरहा ने रोते-रोते परिवार को घटना की जानकारी दी। इस बीच मौके पर पहुंचे कोतवाली प्रभारी जगदीश पांडेय ने डाकघर और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की।

चार घंटे में महिला को पकड़ा
फुटेज खंगालते हुए करीब चार घंटे में पुलिस चमनगंज पहुंची। फिर चमनगंज पुलिस के साथ मिलकर तस्वीर दिखाकर तलाश शुरू की, तो महिला की पहचान हो गई। पुलिस चमनगंज निवासी मो. निसार के घर पहुंची और अपहरण करने वाली अफसाना को गिरफ्तार कर बच्ची को भी ढूंढ निकाला। महिला को हिरासत में लेकर रिपोर्ट दर्ज की गई।
संतान न होने पर भाभी के लिए उठाया कदम
अफसाना ने पूछताछ में बताया कि उसके भाई की शादी के कई वर्ष बीत गए। अभी तक कोई संतान नहीं हुई है। भाई और भाभी की खाली गोद भरने के लिए वह सोच रही थी। इस बीच आधार कार्ड बनवाने के लिए डाकघर पहुंची और वहीं पर मौका मिलते ही बच्चा लेकर भाग निकली। कहा कि उस बच्चे को ले जाने की साजिश नहीं थी।