गुलिस्ता हत्याकांड में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, मुख्य आरोपी अब भी फरार
पुलिस ने गुलिस्ता उर्फ रजनी हत्याकांड में नामजद एक आरोपी अजय निवासी अतरासी संभल को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। अजय ने बताया कि भाई पीतम की शादी उसकी साली संतोष से हुई है, वह तीन बच्चों का पिता है। इसके बावजूद वह गुलिस्ता को अपने साथ रखता था। साली और उसके बच्चों का दर्द देखा नहीं गया, इसलिए गुलिस्ता की हत्या करा दी। पुलिस मुख्य हत्यारोपी मुस्तफा समेत अन्य आरोपियों की तलाश में लगी है।

दस जनवरी सोमवार को खरखौदा के बिजौली-गोविंदपुरी मार्ग पर बोरी में महिला का शव मिला था। बुधवार को संभल जनपद के थाना बहजोई के गांव अतरासी निवासी पीतम ने शव की पहचान गुलिस्ता उर्फ रजनी निवासी संभल के रूप में की थी। पीतम नोएडा के बिसरख थाना क्षेत्र के गांव पतवाड़ी में अपनी पत्नी संतोष और तीन बच्चों के साथ रहता है। वहीं, राजमिस्त्री का काम कर रहे खरखौदा क्षेत्र के गोविंदपुरी निवासी मुस्तफा के साथ मजदूरी करता था। उसी की ठेकेदारी में काम करने वाली गुलिस्ता से उसकी मुलाकात हुई थी।
करीब दो वर्ष पहले गुलिस्ता ने अपना धर्म परिवर्तन कर शादीशुदा पीतम से शादी कर ली। गुलिस्ता ने अपना नाम बदलकर रजनी रख लिया था और पीतम के साथ रहने लगी थी। इस बात से पीतम के सगे भाई दलवीर उर्फ काले और अजय और उसका दोस्त मुस्तफा नाराज थे। इसी कारण तीनों ने उसकी हत्या कर दी। पीतम ने तीनों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया। एसपी देहात राकेश मिश्रा ने बताया कि बृहस्पतिवार को गुलिस्ता की हत्या की साजिश रचने वाले आरोपी अजय को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में अजय ने बताया कि गुलिस्ता के पीतम के साथ रहने से उसकी साली संतोष का परिवार उजड़ रहा था। वहीं उसके दूसरे भाई दलबीर उर्फ काले की शादी में भी अड़चन आ रही थी। मुस्तफा ने गुलिस्ता को गोविंदपुरी ले जाकर किसी अन्य युवक के साथ उसका निकाह करने की बात कही थी। गोविंदपुरी जाकर गुलिस्ता उर्फ रजनी ने अन्य व्यक्ति के साथ निकाह करने से इंकार कर दिया था।

हत्या का मुख्यरोपी व एक अन्य अभी है फरार
अभी इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी खरखौदा के गांव गोविंदपुरी निवासी मुस्तफा व गुलिस्ता हत्याकांड के षड्यंत्र में शामिल पीतम का दूसरा भाई, दोनों फरार चल रहे हैं।