सुसाइड नोट में लिखा ‘अब हमेशा के लिए जा रहा हूं’, 45 वर्षीय आनंद ने दी जान
मैंने सभी लोगों को तकलीफ दी। हमसे सभी लोग परेशान थे। लगता है मैं अच्छा आदमी नहीं हूं। अब हमेशा के लिए जा रहा हूं, किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी….. वैरी सॉरी। ये नोट लिखकर मूलरूप से झांसी के शिवपुरी सीपरी बाजार निवासी आनंद कुमार श्रीवास्तव (45) ने जान दे दी। बुधवार को उनका शव हरबंश मोहाल स्थित होटल स्वामी के कमरा नंबर 105 में पड़ा मिला। पोस्टमॉर्टम में जहरीला पदार्थ खाने से मौत की आशंका जताई गई है।

जानकारी के अनुसार आनंद पिछले 15 साल से अर्रा में किराए के मकान में रह रहे थे। मई 2023 में उनकी शादी बिधनू के परसौली निवासी चंद्रभान की बेटी प्रिया से हुई थी। चंद्रभान ने बताया कि आनंद एजुकेशनल स्टूडेंट काउंसलर होने के साथ वह कोचिंग संचालक थे। एडमिशन के लिए भी छात्रों को काउंसिलिंग देते थे। 13 फरवरी को आनंद घर से छतरपुर यूनिवर्सिटी जाने की बात कहकर निकले थे। पत्नी प्रिया ने 15 फरवरी को जब आनंद से कॉल कर बात की तो उन्होंने हमीरपुर में जाम में फंसे होने की बात कही। इसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चल सका। आनंद घर न जाकर 16 फरवरी को घंटाघर स्थित होटल स्वामी पहुंचे। वहां वह कमरा नंबर 105 में रुके। आईडी की तौर पर उन्होंने आधार कार्ड जमा किया था जिसमें झांसी का पता दर्ज था। 18 फरवरी की देर रात आनंद अपने कमरे से बाहर नहीं निकले।
होटल के कर्मचारियों ने रात करीब एक बजे उनका दरवाजा खटखटाया। भीतर से कोई आहट न मिलने पर होटल मैनेजर ने इसकी सूचना पुलिस को दी। फॉरेंसिक टीम संग मौके पर पहुंची पुलिस दरवाजा तोड़कर भीतर दाखिल हुई तो आनंद का शव बेड पर पड़ा मिला। टीम को मौके से एक बीयर की कैन भी बरामद हुई। सुसाइड नोट बरामद हुआ जिसमें उनकी मौत की सूचना सबसे पहले साढ़ू अमित पांडेय को देने की बात भी लिखी हुई थी। टीम ने उसे कब्जे में ले लिया। इसके साथ ही परिजनों को जानकारी देकर शव पोस्टमाॅर्टम के लिए भेज दिया। बुधवार को हुए पोस्टमॉर्टम के दौरान मौत का कारण स्पष्ट न होने पर बिसरा सुरक्षित किया। विशेषज्ञों ने जहर खाने से मौत की आशंका जताई है। एसीपी कलक्टरगंज आशुतोष सिंह ने बताया कि परिजन जो भी तहरीर देंगे, उसके आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना की जाएगी।

वीडियो कॉलिंग के जरिए हुई थी पत्नी से बात
हरबंश मोहाल इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि 17 फरवरी को आनंद ने अपनी पत्नी प्रिया से वीडियो कॉल पर बात की थी। उस दौरान भी उसने किसी प्रकार की समस्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी। इधर होटल प्रबंधन ने भी आनंद के 17 फरवरी की शाम आखिरी बार होटल में दिखने की बात कही। इसके बाद से वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकले थे।
मौत की खबर सुनकर मचा कोहराम
आनंद की मौत की सूचना पर घर में कोहराम मच गया। आनंद की बहन शिखा, नम्रता, छोटा भाई आदित्य, मां उमा समेत परिवार के अन्य लोग बुधवार को पोस्टमाॅर्टम हाउस पहुंचे। भाई के शव को देख सभी फफक पड़े।
शेयर कारोबार में हो चुका था काफी नुकसान
चर्चा है कि आनंद शेयर कारोबार में काफी रुपये लगा चुके थे। वह काफी कर्जे में भी थे। लगातार हो रहे नुकसान के चलते वह डिप्रेशन में थे। आशंका है कि इसी के चलते उन्होंने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। इंस्पेक्टर ने भी प्राथमिक जांच में जहरीला पदार्थ खाने से मौत की बात कही है।