फंदे से लटका मिला अभिषेक, फोन पर बज रहा था शादी का गाना

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सुबह युवक ने बुलाने के लिए दरवाजा खटखटाया, तब हुआ खुलासा

वरिष्ठ नेत्र सर्जन के सरकारी आवास में उनके ही भांजे का शव फंदे से लटका मिला। वह आउट सोर्सिंग में यूपी के उन्नाव जिला अस्पताल में तैनात था। रविवार सुबह पांच बजे दूसरे कमरे में रहने वाला युवक बुलाने गया तब घटना का पता चला। पुलिस पहुंची तो मोबाइल में ‘मुबारक हो तुमको ये शादी तुम्हारी’ गाना बज रहा था। घटना को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। पुलिस प्रेम प्रसंग के बिंदु पर जांच कर रही है।

वरिष्ठ नेत्र सर्जन का भांजा था अभिषेक
कन्नौज की कोतवाली छिबरामऊ के नाथबस्ती निवासी अभिषेक कमल (24) पुत्र संतोष कुमार डेढ़ साल से जिला अस्पताल में काम कर रहा था। मौजूदा समय में वह जिला अस्पताल में स्वास्थ्य प्रमाणपत्र बनाने के काम कर रहा था। जिला अस्पताल में ही तैनात वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ. संजीव कुमार का भांजा होने से वह उन्हीं के सरकारी आवास में रहता था। पास के ही दूसरे कमरे में अस्पताल में खाना बनाने का काम करने वाला शिवाकांत रहता है।

चादर को फंदा बनाकर लगा ली फांसी
शनिवार को ड्यूटी के बाद अभिषेक देर शाम कमरे पर पहुंचा और खाना खाने के बाद कमरे में सोने चला गया। रविवार भोर पहर करीब पांच बजे शिवाकांत सुबह टहलने के लिए अभिषेक को बुलाने गया। दस्तक देने पर दरवाजा न खोलने पर खिड़की से झांक कर देखा तो अभिषेक का शव चादर के फंदे से लटक रहा था। उसने तुरंत डॉ. संजीव और पुलिस को घटना की जानकारी दी। अस्पताल चौकी इंचार्ज अंजनी सिंह कमरे में गए तो वहां रखे उसके मोबाइल में गाना बज रहा था। पुलिस ने फोन को कब्जे में लिया है। हालांकि मृतक के परिजन किसी प्रकार की कार्रवाई न करने की बात कह रहे हैं। साथी कर्मचारियों के मुताबिक, अभिषेक कई महीने से फोन पर बात करने और सोशल मीडिया में व्यस्त रहता था।

एक साल पहले हुई थी शादी, 22 फरवरी को हुई थी बेटी
अभिषेक की एक साल पहले शादी हुई थी। आठ दिन पहले 22 फरवरी को पत्नी अन्नू ने बेटी को जन्म दिया था। परिवार में खुशी का माहौल था, बेटी के जन्म पर वह भी घर कन्नौज गया था, लेकिन उसी दिन लौट आया था। अचानक बेटे की मौत की सूचना मिलते ही परिवार के लोग बेहाल हो गए। मां संगीता, आठ दिन की बेटी को गोद में लिए पत्नी अन्नू और तीन बहनें जिला अस्पताल पहुंचीं और अभिषेक का शव देख सभी बिलख पड़े। बेहाल पत्नी अन्नू के हाथ से बेटी को कई बार छूटते देख साथ रही बहन ने उसे गोद में ले लिया।

वाट्सएप पर आखिरी सीन रविवार सुबह 3:15 बजे का
कोतवाल प्रमोद कुमार मिश्र ने बताया कि रात करीब 2:30 बजे उसकी एक नंबर पर बात भी हुई है। रात 3:15 बजे तक वाट्सएप आखिरी बार देखा था। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि फोन पर बात करने और वाट्सएप पर कोई मैसेज देने के बाद ही उसने यह कदम उठाया है। कोतवाल ने बताया कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।

Jarees malik

Sarkar Ki Kahani
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