पांच महीने तक जिंदगी और मौत से जूझती रही पीड़िता, आखिरकार तोड़ा दम
मुरादाबाद थाना क्षेत्र के एक गांव में सोमवार सुबह दुष्कर्म पीड़िता की मौत हो गई। करीब पांच माह पहले आरोपी युवक की मां व भाई ने पीड़िता को तेजाब पिला दिया था। तभी से पीड़िता का उपचार चल रहा था। इस मामले के मुख्य आरोपी जावेद और उसके भाई हारून को जेल भेजा जा चुका है।

भगतपुर क्षेत्र के एक गांव निवासी एक व्यक्ति ने आठ अक्तूबर 2024 को भगतपुर थाने में क्षेत्र के करिया नगला निवासी जावेद, उसके भाई हारून और मां हलीफा के खिलाफ केस दर्ज कराया था। बताया था कि करीब आठ माह पहले आरोपी जावेद उसके घर आया। उस वक्त उसकी 17 वर्षीय बेटी घर में अकेली थी। आरोपी ने डरा-धमकाकर किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। शिकायत करने के उसके भाई की हत्या करने की धमकी दी। डर के कारण पीड़िता ने किसी को कुछ नहीं बताया। इसके बाद से आरोपी पीड़िता को ब्लैकमेल करने लगा। पीड़िता जब गर्भवती हो गई तो आरोपी ने गर्भपात कराने के लिए दवा खिला दी, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। आरोपी ने उसे झांसा दिया कि वह उससे शादी कर लेगा। आरोपी ने कहा कि वह अपनी मां और भाई को दवा लेकर भेज रहा है, जिसे पीकर उसकी तबीयत ठीक हो जाएगी।

आरोप है कि जावेद की मां और भाई पीड़िता के घर पहुंचे और उसे एक शीशी देकर दवा पीने की बात कही, जिसे पीते ही पीड़िता की हालत बिगड़ गई। इसके बाद आरोपी मां-बेटे वहां से भाग गए। परिजन पीड़िता को लेकर अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि उसे तेजाब पिलाया गया है। इसके बाद से पीड़िता का उपचार चल रहा था। कुछ दिन बाद परिजन पीड़िता को घर ले आए और घर पर ही उपचार शुरू करा दिया लेकिन उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी। सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और परिवार के लोगों से पूछताछ की। एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि इस मामले में पहले से ही केस दर्ज है। दो आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। जल्द ही आरोपी हलीफा को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पांच माह बाद भी नहीं पकड़ी गई आरोपी महिला
दुष्कर्म के बाद पीड़िता को तेजाब पिलाने के मामले में पुलिस मुख्य आरोपी जावेद और उसके भाई हारून को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। हालांकि, पीड़िता को तेजाब पिलाने वाली महिला हलीफा को घटना के चार माह बाद भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
Trending video
मौत का कारण स्पष्ट नहीं, विसरा सुरक्षित
पुलिस ने किशोरी के शव का पोस्टमार्टम कराया। डाॅक्टरों के पैनल में पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है, इसलिए पुलिस ने विसरा सुरक्षित रख है। विसरा को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा।